नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मतदाता को जागरुक करने के लिए 9 नवबंर, 2022 को महाराष्ट्र के पुणे में साईकिल रैली(Cycle Rally) निकाली। इस रैली में निर्वाचन आयुक्त अनूप चन्द्र पांडे, महाराष्ट्र राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत देशपांडे और पुणे शहर के अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। इस दौरान चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शहरी क्षेत्र के सभी मतदाताओं और युवाओं से पजींकरण और मतदान करने की अपील की। साथ ही राजीव कुमार ने कहा कि मतदान के माध्यम से ही लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी तरह से मजबूत होती हैं। समाज के सभी वर्गों के मतदाताओं ने सुबह 07 बजे बालेवाड़ी स्टेडियम में रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में चुनाव आयुक्त ने लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए पुणे शहर के बालेवाड़ी से पुणे के विभिन्न क्षेत्रों में 20 किलोमीटर तक साईकिल चलाई। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने पुणे के नागरिकों को जागरुक करने के लिए उनसे बातचीत की।
EC ने किया ‘विशेष सारांश संशोधन 2023’ का शुभारम्भ
इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मतदाता को जागरुक करने के लिए सुबह 11 बजे सावित्रीबाई फूले विश्वविद्यालय में मतदाता जागरूकता पर आधारित ‘मतदाता पंजीकरण, लोकतंत्र के लिए पहला कदम’ विषय एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसके अलावा चुनाव आयोग ने यहां से मतदाता पजींकरण अभियान चलाया। पुणे शहर से चुनाव आयोग ने आज विशेष “विशेष सारांश संशोधन 2023 “(Special Summary Revision Programme) का शुभारम्भ किया। इस दौरान चुनाव आयोग ने हिंजेवाड़ी में मतदाता जागरूकता मंच पर लोगों के साथ विचार- विमर्श किया। इस दौरान SSR के महत्व पर चुनाव आयोग ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए समावेशी मतदाता सूची के लिए नए पात्र मतदाताओं, महिलाओं, दिव्यांग मतदाताओं और हाशिए पर खड़े सभी वर्गों के नामांकन पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। साथ ही चुनाव आयोग ने पुणे में मतदाता सूचियों की विशेष समीक्षा कर उनकी जटिलताओं को लोगों के साथ साझा किया।
विशेष सारांश संशोधन क्या है
भारत का चुनाव आयोग अक्टूबर- नवबंर माह के समय में नामांकित पात्र नागरिकों को नामांकित करने के लिए विशेष सारांश संशोधन का शुभारम्भ करता है। विशेष सारांश संशोधन का आयोजन देश में हर साल किया जाता है। इस SSR 2023 में ऐसे भारतीय नागरिक जिन्होंने 01.01.2023 को या उससे पहले 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली है सभी इसके पात्र होगें। यह एसएसआर प्रोग्राम 2023 के आम चुनाव के शुभारंभ को भी चिह्नित करता है। डीईओ पुणे ने भी स्वस्थ और समावेशी मतदाता सूची के लिए SSR2023 के दौरान शहर में पात्र मतदाताओं को नामांकित करने के लिए सभी सुविधाओं और विशेष शिविरों का आश्वासन दिया है।
जस्टिस डीवाई. चंद्रचूड़ देश के 50वें न्यायाधीश बने
बता दें कि पिछले सभी आम चुनाव में पुणे लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम मतदान हुआ था, इसलिए शहरी और युवा मतदाताओं की चुनाव में भागीदारी बढ़ाने के लिए पुणे शहर में इन सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत देशपांडे ने नागरिकों से इन सभी कार्यक्रमों में भाग लेने की अपील भी की है।