Natural Ways To Improve Eyesight: इन दिनों कई लोगों के जॉब प्रोफाइल में लैपटॉप के सामने घंटों बैठना शामिल है, जिससे आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली हानिकारक नीली रोशनी न केवल हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि हमारे सोने के समय को भी खराब कर सकती है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. शोध बताते हैं कि जब नीली रोशनी सीधे आपके रेटिना के पीछे से गुजरती है तो यह मैकुलर डिजनरेशन के खतरे को बढ़ा सकती है. असंतुलित खान-पान से लेकर दिनभर स्क्रीन का इस्तेमाल आपकी आंखों की रोशनी को खराब कर सकता है. यहां कुछ प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं जो आपकी आंखों के लिए चमत्कार कर सकते हैं.
1. बैलेंस डाइट
बैलेंस और हेल्दी डाइट लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए हर नजरिए से अच्छा है. इसलिए विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर अधिक प्राकृतिक और रंगीन भोजन एक हेल्दी लाइफ जीने में मदद करता है. यह हमारी दृष्टि की रक्षा करने का एक प्राकृतिक तरीका भी है.
2. व्यायाम
यह सुनने में जितना अविश्वसनीय लगता है, यह सच है कि लंबे समय में व्यायाम हमारी आंखों की रोशनी को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है. काम और रहन-सहन के बीच मैनेजमेंट करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन हेल्दी लाइफ के बिना कोई जीवन, जीवन नहीं है. 15 मिनट का व्यायाम भी हमें कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में मदद कर सकता है.
3. 20-20-20 नियम
20-20-20 नियम का पालन करना हमारी आंखों की रोशनी में मदद करने का एक और प्रभावी तरीका है. इसका अर्थ है कि हर 20 मिनट में सिस्टम से हटें, और कम से कम 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी और चीज को देखें.
4. कैरोटेनॉयड्स
कैरोटेनॉयड्स बेस्ड फूड्स का सेवन करने से भी हमारी आंखों की रोशनी में सुधार होता है. कैरोटेनॉयड्स, जिसे टेट्राटेरपीनोइड्स भी कहा जाता है, पीले, नारंगी और लाल कार्बनिक रंगद्रव्य हैं जो पौधों और शैवाल साथ ही साथ कई बैक्टीरिया और कवक द्वारा प्रोड्यूस होते हैं. यह कई पत्तेदार साग, सब्जियों और यहां तक कि अंडे में भी पाया जा सकता है.
5. प्रोटेक्टिव आईवियर
लैपटॉप या किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पर काम करते समय सुरक्षात्मक आईवियर पहनने से हमारी आंखों की रोशनी को हानिकारक नीली रोशनी से बचाने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा बाहर धूप का चश्मा पहनने से आंखों को सूरज से निकलने वाले हानिकारक यूवीए और यूवीबी विकिरणों से बचाने में मदद मिल सकती है.