ब्रिटेन: ब्रिटेन में 44 दिन पहले प्रधानमंत्री बनीं Liz Truss ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं। उनके इस्तीफे के बाद एक बार फिर सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के समक्ष अगले पीएम के रूप में बड़ी चुनौती सामने आ गई हैं। एक कार्यकाल में ही दो पीएम का इस्तीफा कंजर्वेटिव पार्टी के लिए जनता के सामने अच्छा संकेत नहीं हैं। ऊपर से जनमत सर्वेक्षण में विपक्षी लेबर पार्टी के पक्ष में लोगों का रुझान और परेशानी पैदा करने वाला हैं। खैर लिज ट्रस के बाद ब्रिटेन के अगले पीएम के लिए ऋषि सुनक का नाम सभी की जुबान पर हैं। बोरिस जॉनसन के नाम ने इस मुकाबले को दिलचस्प बना दिया हैं। विदेशी अखबारों का दावा हैं कि बोरिस भीतरखाने सांसदों को भरोसे में लेने की कोशिश कर रहे हैं।
55 दिनों की जटिल चुनावी प्रक्रिया के बाद लिज ट्रस के सिर ब्रिटेन के पीएम का ताज सजा था लेकिन, महज 44 दिन में ही उनकी सरकार गिर गई। ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने इस्तीफा देकर लिज ट्रस के नेतृत्व को नकारा और कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाए। लिज ट्रस ने अपने भाषण में कहा कि जिस उद्देश्य के लिए उनका चुनाव हुआ था उसे वो पूरा नहीं कर सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिस वक्त उनका इस पद के लिए चयन हुआ वो “आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता का दौर” था। अब सबसे बड़ा सवाल हैं आगे क्या होगा?
भयंकर महंगाई झेल रहे ब्रिटेनवासी
ब्रिटेन इस वक्त भयंकर महंगाई की मार झेल रहा हैं। लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो रहा हैं। ऐसी रिपोर्ट हैं कि देश की करीब आधी आबादी अपने खाने को लेकर कटौती कर रही हैं। ब्रिटेनवासियों के अलावा मुख्य पार्टी कंजर्वेटिव के लिए भी यह बड़ा चुनौतीपूर्ण वक्त हैं।
ऋषि सुनक के पास कितना मौका
लिज ट्रस के बाद आम राय यही हैं कि उनकी जगह ऋषि सुनक को मिलेगी लेकिन ज्यादातर जानकार यह भी कह रहे हैं कि इस वक्त ब्रिटेन न सिर्फ आर्थिक मंदी झेल रहा हैं बल्कि कंजर्वेटिव पार्टी के समक्ष खुद को साबित करने की चुनौती हैं इसलिए, संभावना हैं कि बोरिस जॉनसन की वापसी हो सकती हैं।
अखबारों की सुर्खियों से चर्चाएं तेज
आज के विदेशी अखबारों ने चर्चा तेज कर दी हैं कि ऋषि सुनक अकेले नहीं हैं। द गार्जियन पोस्ट ने अपनी हेडलाइन में लिज ट्रस के इस्तीफे पर फोकस किया हैं। जबकि, डेली मेल ने ऋषि सुनक के साथ ही बोरिस जॉनसन को भी रेस में होने का दावा किया हैं। अखबार का दावा हैं कि “ब्रिटेन के पीएम की रेस में सुनक और बोरिस के बीच टक्कर हैं। मुकाबला दिलचस्प होने वाला हैं।”
बोरिस की सांसदों को भरोसे में लेने की कोशिश
विदेशी अखबार’डेली टेलीग्राफ़’ ने दावा किया हैं कि पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन भी रेस में अचानक सामने आ गए हैं। वे भीतरखाने कंजर्वेटिव सांसदों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि वे ब्रिटेन की गिरती अर्थव्यवस्था और पार्टी के भरोसे को फिर खड़ा कर सकते हैं। वे सांसदों से बात कर रहे हैं कि उन्हें पीएम बनाया जाए।