नई दिल्ली: मैरीटाइम हिस्ट्री सोसायटी (MHS) कोलाबा के आईएनएचएस अश्विनी स्थित अगस्त्य प्रेक्षागृह में 15 नवंबर को 43वीं वार्षिक संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है।
दिन भर चलने वाली इस संगोष्ठी का विषय ‘एक्सप्लोरिंग दी ट्रैजेक्ट्री ऑफ इंडियाज़ सी पॉवर’ (भारत की समुद्री शक्ति की दशा-दिशा की पड़ताल) है। भारत की तटीय रेखा 7,500 किलोमीटर से अधिक है और समुद्र प्रागैतिहासिक काल से आजीविका, अन्वेषण के साथ-साथ संयोजन का माध्यम रहा है।
संगोष्ठी में 10 प्रस्तोता होंगे, जो ऐतिहासिक क्रमिक विकास और भारत में समुद्री शक्ति की स्थिति को पेश करेंगे तथा इन सबके प्रभाव पर चर्चा करेंगे। वक्ताओं और विषय-प्रवर्तकों में कॉमोडोर (डॉ.) श्रीकांत केसनुर (अव.प्रा.), प्रमोद कपूर, कैप्टन राघवेन्द्र मिश्रा (अव.प्रा.), कैप्टन एम. दोरइबाबू, कैप्टन हिमाद्री दास, कमांडर निनाद फटारफेकर (अव.प्रा.), कमांडर कालेश मोहानन, कमांडर आरएस सावन, जाह्नवी और डेनार्ड डी’सूजा शामिल हैं।
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संगोष्ठी का उद्देश्य है सम्पूर्ण ऐतिहासिक परिदृश्य पेश करके श्रोताओं में जिज्ञासा पैदा करना, जो एक सतत समुद्री सिद्धांत, एकीकृत समुद्री नीतियां और समग्र राष्ट्रीय समुद्री विकास योजना तैयार करने की आधारशिला बन सके।
एमएचएस समुद्री गतिविधियों में दिलचस्पी रखने वाले सभी लोगों को संगोष्ठी में आमंत्रित करता है। यह संगोष्ठी 15 नवंबर, 2022 को 9:30 बजे से 16:30 बजे तक चलेगी। संगोष्ठी में प्रवेश देने का अधिकार आयोजकों के पास है। पंजीकरण के लिये कृपया संगोष्ठी में शामिल होने की इच्छा प्रकट करते हुये ops@mhsindia.org पर ई-मेल भेजें।