नई दिल्ली: ऑपरेशन गंगा Operation Ganga के तहत 3726 भारतीयों को लेकर आज आठ फ्लाइट आएंगी। यह जानकारी देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- 2 फ्लाइट ससिवा, 1 कोसिसे, 5 बुड़ापेस्ट और 3 फ्लाइट रेजेजो से आएंगी। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लाने के ऑपरेशन गंगा के तहत 200 भारतीयों को लेकर एयरफोर्स का पहला C-17 ग्लोबमास्टर विमान गुरुवार तड़के हिंडन एयरबेस पर उतरा। विमान ने रोमानिया के बुखारेस्ट से उड़ान भरी थी।
इसके बाद सुबह 8 बजे तक दो और C-17 ग्लोबमास्टर यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंच गए। दूसरे विमान में 220 और तीसरे विमान में 208 भारतीय दिल्ली पहुंचे। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने यात्रियों का स्वागत किया। उधर, भारत में रूसी ऐंबैसी ने दावा किया हैं कि भारतीय छात्रों को बंधक बनाकर यूक्रेन मानवीय कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहा हैं। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभी तक एसी कोई रिपोर्ट नहीं हैं।
दिल्ली- मुंबई पहुंची उड़ानें:
एअर इंडिया का एक और विमान भी गुरुवार तड़के दिल्ली पहुंचा। केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने एयरपोर्ट पर यात्रियों का स्वागत किया। चौधरी ने बताया कि अब तक कुल 16 उड़ानों से करीब 3000 भारतीयों को यूक्रेन से भारत लाया जा चुका हैं। वहीं, इंडिगो का विशेष विमान भी बुखारेस्ट से 200 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंचा। इसमें आए स्टूडेंट्स का स्वागत केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया।
वहीं मुंबई पहुंचे विमान में आए स्टूडेंट्स का स्वागत रेल राज्यमंत्री राव साहेब पाटिल दानवे ने किया। उन्होंने कहा कि रेलवे ने एक हेल्प डेस्क बनाई हैं। जो स्टूडेंट्स ट्रेन से घर जान चाहते हैं, उन्हें एयरपोर्ट पर ही रिजर्वेशन टिकिट दिया जाएगा।
15 और उड़ानें पहुंचेंगी:
अगले 24 घंटों में 15 और उड़ानें भारतीयों को लेकर पहुंचने वाली हैं। अंतिम भारतीय के आने तक ऑपरेशन जारी रहेगा। PM नरेंद्र मोदी खुद इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। यूक्रेन से लगे देशों में भारतीयों के रूकने और भोजन आदि की व्यवस्था की गई हैं। इसके लिए चार केंद्रीय मंत्री वहां मौजूद हैं।
अपने छात्रों को दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन से लाएगी केरल सरकार:
केरल सरकार ने यूक्रेन से गुरुवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए तीन चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था की हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि दिल्ली से कोच्चि के लिए सुबह 9.30, दोपहर 3.30 और शाम 6.30 बजे चार्टर्ड प्लेन उड़ान भरेंगे। कोच्चि हवाई अड्डे से तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के लिए बस सेवाओं की भी व्यवस्था की गई हैं।
17 हजार भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ा:
उधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड से 9 विमानों ने उड़ान भरी हैं। 6 और विमान जल्द ही उड़ान भरने वाले हैं। इनमें एयरफोर्स का ग्लोब मास्टर भी शामिल हैं। अब तक 17 हजार भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ दिया हैं।
भारतीय स्टूडेंट्स को यूक्रेनी सेना ने बंधक बनाया- रूस का दावा:
यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स में से कुछ को यूक्रेनी सेना ने बंधक बना लिया हैं, जिससे उनका इस्तेमाल मानवीय कवच के रूप में किया जा सके। यह दावा भारत स्थित रूसी ऐंबैसी ने किया हैं।
ऐंबैसी ने ट्वीट में कहा कि हमारी सूचना के अनुसार यू्क्रेनी सेना ने भारतीयों के एक ग्रुप को बलपूर्वक रोके रखा हैं, जो यूक्रेन से बेलगोरोड जा रहा था। यूक्रेनी सेना उन्हें किसी भी तरह निकलने नहीं देना चाहती हैं।
इसकी पूरी जिम्मेदारी यूक्रेन की हैं। रूसी सेना भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए कदम उठाने को तैयार हैं। साथ ही उन्हें रूसी इलाके से सेना के कार्गो विमानों या भारतीय विमानों से भारत भेजने को तैयार हैं।
बंधक बनाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं- विदेश मंत्रालय:
इसके बाद विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया हैं। जिसमें कहा हैं- यूक्रेन में हमारा दूतावास यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में हैं। यूक्रेनी अधिकारियों के सहयोग से, कई छात्रों ने कल खार्किव छोड़ दिया हैं। हमें किसी छात्र को बंधक बनाए जाने की कोई सूचना नहीं मिली हैं।
जिनके पासपोर्ट गुम हो गए हैं उन्हें इमर्जेंसी सर्टिफिकेट देंगे:
विदेश मंत्रालय ने कहा हैं कि जिन भारतीयों के पासपोर्ट गुम हो गए हैं उन्हें इमर्जेंसी सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिससे उनकी पहचान सुनिश्चित हो सके और वे स्वदेश लौट आएं।
यूक्रेन बोला फंसे छात्रों की निकासी के लिए युद्ध रोके रूस:
यूक्रेन ने इस पर प्रतिक्रिया में कहा कि रूस खार्किव और सुमी में युद्ध रोके जिससे कि विदेशी छात्रों सहित आम नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाला जा सके। ये छात्र रूस द्वारा रहवासी इलाकों पर लगातार बमबारी की वजह से वहां से निकल नहीं पा रहे हैं।
PM मोदी की पुतिन से बात:
इसके पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने PM नरेंद्र मोदी से बात की और यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा की। मोदी ने युद्ध वाले इलाके खार्किव से भारतीयों की सुरक्षित वापसी का मुद्दा उठाया।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने चार भाषाएं बोलकर किया स्वागत:
इसके पहले बुधवार को पहुंचे विमानों में आए स्टूडेंट्स का केद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर मलयालम, बांग्ला, गुजराती और मराठी भाषी स्टूडेंट का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि घर वापस आने पर आपका स्वागत हैं। आपके परिवार सांसें रोक कर इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी ने यूक्रेन में अपने साहस का परिचय दिया हैं। अब आप भारत अपने देश आ चुके हैं, इसके लिए आप फ्लाइट के क्रू मेंबर को भी धन्यवाद दें।