जयपुर: राजस्थान में बहुत जल्द वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रैक पर दौड़ती नजर आएगी। दरअसल, अजमेर से नई दिल्ली वाया जयपुर संचालित होने वाली प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन का स्पीड ट्रायल आज से शुरू होगा, जो लगभग तीन दिनों तक चलेगा। आपको बता दें कि ट्रायल पूरा होने के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में आम जनता के लिए इस ट्रेन को शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा ट्रायल के बाद ही ट्रेन के स्टॉपेज, किराया, खाने का मेन्यू तय किया जाएगा।
जानें क्या है खासियत ?
अजमेर से वाया जयपुर होते हुए नई दिल्ली तक रेलवे लाइन की स्पीड क्षमता महज 110 किमी. प्रति घंटा है। इसके मद्देनजर रेलवे अब ट्रैक की स्पीड क्षमता बढ़ाने में जुट गया है। बता दें कि इस ट्रैक पर ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे ट्रैक पर किसी भी व्यक्ति, जानवर, गाड़ी होने पर लोको पायलट को तुरंत अलर्ट पहुंच जाएगा। इससे पहले लाइन को फेंसिंग से कवर किया जा रहा है। इसके अलावा डबल डिस्टेंस सिग्नल लगाए जाएंगे, जिससे इमरजेंसी ब्रेक नहीं लगाना पड़ेगा। वहीं अगस्त तक वंदे भारत ट्रेन 130 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से दौड़ेगी ।
जयपुर से दिल्ली का सफर होगा आसान
राजस्थान में वंदे भारत का ट्रायल पूरा होने के बाद यह ट्रेन आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगी और इसका सबसे बड़ा फायदा जयपुर से दिल्ली जाने वाले और दिल्ली से जयपुर जाने वाले लोगों को होगा। बात दें कि जयपुर से दिल्ली तक का सफर चार घंटे से घटकर पौने तीन घंटे का रह जाएगा।
पर्यटन के लिहाज से काफी अहम
आपको बता दें कि राजस्थान पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है। दरअसल राजस्थान घूमने के लिहाज से बेहतर है, यहां के शानदार शाही महलों हवेलियों, संग्रहालयों और प्राचीन मंदिरों, बगीचों, आंगन लोगों को आकर्षित करते हैं। ऐसे में वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से कनेक्टिविटी में सुधार होगा और लोगों की आवाजाही बढ़ेगी।
अगस्त तक 75 और वंदे भारत ट्रेन का टारगेट
गौरतलब हो कि देश में 400 सेमी-हाई स्पीड अगली पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनों को शुरू करने की योजना रखी गई है। ये नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें बेहतर ऊर्जा दक्षता और यात्री सवारी अनुभव प्रदान करेंगी। पीएम मोदी ने गत वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में आजादी के अमृत महोत्सव के मद्देनजर देश के सामने कई लक्ष्य रखे थे। इसी श्रृंखला में उन्होंने भारतीय रेलवे के लिए अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में अर्थात 15 अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेन देश के हर कोने को आपस में जोड़ने के लिए शुरू करने का लक्ष्य दिया।