कीव/मॉस्को: रूस-यूक्रेन Russia-Ukraine जंग को लगभग 50 दिन होने को आए हैं, लेकिन अभी तक रूसी सेना राजधानी कीव पर कब्जा करने में नाकाम रही हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन इससे बौखला गए हैं। मंगलवार को उन्हें पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए कहा कि जंग में दखलअंदाजी करने वाले देश परेशानी में पड़ जाएंगे।
दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी राष्ट्रपति पर नरसंहार’ का आरोप लगाया हैं। बाइडेन का कहना हैं कि पुतिन यूक्रेनी होने की सोच खत्म करने की चाह रहे हैं।
जंग के बड़े अपडेट्स:
अमेरिका 750 मिलियन डॉलर (75 करोड़) की सैन्य सहायता यूक्रेन भेजने वाला हैं।
पोलैंड, लिथुआनिया, लातविया और एस्टोनिया के राष्ट्रपति आज वोलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे।
यूक्रेन ने दावा किया हैं कि कीव में 720 नागरिकों के शव मिले हैं। वहीं 200 लोग लापता हैं।
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने आशंका जताई हैं कि अगले दो तीन हफ्ले में पूर्वी यूरोप में लड़ाई फिर तेज हो जाएगी।
एपल पार्क के डिजाइनर नॉर्मन रॉबर्ट फोस्टर खार्किव के पुनर्निर्माण में मदद करने के लिए तैयार हो गए हैं।
पुतिन के सहयोगी यूक्रेन की हिरासत में:
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के करीबी विक्टर मेदवेदचुक को यूक्रेनी खुफिया एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया हैं। राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी गिरफ्तार मेदवेदचुक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस के हमले शुरू होने से पहले यूक्रेन में विपक्षी नेता मेदवेदचुक को देशद्रोह के केस में नजरबंद रखा गया था, लेकिन वह युद्ध शुरू होने के तुरंत बाद गायब हो गए थे। वहीं, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के सामने एक प्रस्ताव रखा हैं। उन्होंने रूस से कहा हैं कि, अगर आप मेदवेदचुक को सुरक्षित चाहते हैं तो कैदी बनाए गए यूक्रेन के नागरिकों को आजाद कर दें।
यूक्रेन के साथ अब पीस डायलॉग मुमकिन नहीं:
राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का कहना हैं कि यूक्रेन के साथ अब पीस डायलॉग नहीं हो सकता हैं। पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ हमला जारी रखने की कमस खाई हैं, क्योंकि कीव ने मॉस्को पर वार्ता तोड़ने का आरोप लगाया था।
रूस-फिनलैंड में टकराव का खतरा:
यूक्रेन जंग के बीच अब फिनलैंड रूस में टकराव का खतरा बढ़ गया हैं। डेली मेल के मुताबिक, फिनलैंड ने हाल ही में नाटो के लिए दिलचस्पी दिखाई थी। इससे भड़के पुतिन ने हथियारों से लैस रूसी सेना की फिनलैंड बॉर्डर की तरफ भेज दिया।
Russia का मकसद नाकाम रहा:
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने रूसी सेना के सब कुछ प्लान के मुताबिक चल रहा हैं वाले दावे पर सवाल खड़ा किया हैं। ब्रिटेन ने कहा कि रूस ने जिस मकसद के साथ युद्ध शुरू किया था वो नाकाम रहा हैं। अब 6 रूसी जनरल मारे जा चुके हैं, जबकि 2000 से ज्यादा डिफेंस इक्विपमेंट तबाह हो चुके हैं।
33 हजार से ज्यादा यूक्रेनी नागरिक रूस भेजे गए:
मारियुपोल सिटी काउंसिल का कहना हैं कि 33,500 से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को गलत तरीके रूस भेज गया हैं। इन लोगों को वापस लाने का काम जारी हैं। वहीं, डोनेट्स्क गवर्नर का दावा हैं कि रूसी हमले में मारियुपोल के 22 हजार लोग मारे गए हैं इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि रूस ने मारियुपोल में केमिकल हथियारों का इस्तेमाल किया था।