कीव/मॉस्को: रूस-यूक्रेन जंग Russia-Ukraine War के 45 से ज्यादा दिन हो चुके हैं। इन दिनों में यूक्रेन के शहरों पर जो तबाही बरपी हैं उनसे पूरी मानवता को झकझोर दिया हैं। यूक्रेनी सेना का कहना हैं कि राजधानी कीव के आसपास के इलाके में 1200 शव मिले हैं।
वहीं, ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर 11 अप्रैल यानी आज मॉस्को जाएंगे। इससे पहले उन्होंने 9 अप्रैल को कीव का दौर भी किया था। युद्ध शुरू होने के बाद चांसलर कार्ल नेहमर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलने वाले यूरोपियन यूनियन के पहले नेता होंगे।
War के बड़े अपडेट्स:
यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन में रविवार को भारी गोलाबारी की। जिसमें एक बच्चे सहित 10 नागरिकों की मौत हो गई। खार्किव के आसपास 11 अन्य घायल हो गए।
यूक्रेनी आर्मी का दावा हैं कि उसने 10 अप्रैल को रूसी सेना के 3 UAV ड्रोन, 3 मिसाइल और 4 हेलिकॉप्टर मार गिराए।
यूक्रेन के अलग अलग शहरों से 25 शवों को मुर्दाघर पहुंचाने के लिए इरपिन में एक जगह लाया गया।
रूसी हमले के बीच मारियुपोल और लुहान्स्क से बीते रोज 2,800 से ज्यादा लोगों को निकाला गया।
यूक्रेन की सरकार ने अलग अलग शहरों में तबाह हुए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 32 मिलियन डॉलर आवंटित किए।
यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 45% से ज्यादा का नुकसान:
दूसरी तरफ वर्ल्ड बैंक का अनुमान हैं कि इस साल यूक्रेन की अर्थव्यवस्था लगभग आधी हो चुकी हैं। 10 अप्रैल को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जंग की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 45% से ज्यादा का नुकसान हुआ। वहीं, दुनिया भर के प्रतिबंधों से रूस की GDP में 11.2% गिरावट का अनुमान हैं। वहीं, UN के मुताबिक, अब तक 45 लाख लोग यूक्रेन देश छोड़ चुके हैं। जिनमें 25 लाख से ज्यादा पड़ोसी देश पोलैंड पहुंचे हैं, जबकि बाकियों ने रोमानिया, हंगरी और मोल्दोवा का रुख किया।
डोनबास पर फिर हमले की तैयारी में रूस:
यूक्रेन के जनरल स्टाफ का कहना हैं कि रूस डोनबास में डिफेंस लाइन को तोड़ने के लिए हमले की तैयारी कर रहा हैं। उनका फोकस पोपसना, रुबिजने और न्याजने जैसे शहरों को कब्जाने पर हैं। इसके अलावा यूक्रेनी सेना के मुताबिक, रूस खार्किव पर एक फिर से हमला करना शुरू कर सकता हैं।
लुहांस्क का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह बर्बाद:
लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई का कहना हैं कि रूसी हमले की वजह से शहर का बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से बर्बाद हो चुका हैं। 10 अप्रैल को भी रूसी हमले की चपेट में आकर दो रिहायशी इमारतें और एक क्लिनिक डैमेज हो गया।