नरक चतुर्दशी पर ये है मान्यता, इस प्रकार स्नान करने से नरक में जाने से बच सकते हैं

नरक चतुर्दशी पर ये है मान्यता, इस प्रकार स्नान करने से नरक में जाने से बच सकते हैं

पांच दिन के दिवाली उत्सव के द्वितीय दिवस यानी धनतेरस के अगले दिन और दिवाली के एक दिन पूर्व नरक चतुर्दशी पड़ती है। दिवाली के एक दिन पूर्व होने की वजह से जन समान्य में यह छोटी दिवाली के नाम से भी प्रचलित है। कथानुसार इसी दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी और दुराचारी नरकासुर का वध किया था और सोलह हजार एक सौ कन्याओं को मुक्त कर उन्हें सम्मान प्रदान किया था। इस दिन दीयों की बारात सजा कर खुशियां मनाई गई। उपर्युक्त संदर्भ में एक अन्य कथा यह भी प्रचलित है कि रन्ति देव नामक एक पुण्यात्मा…
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