13
Apr
अमृतसर: जलियांवाला बाग की घटना को हुए आज पूरे 104 साल बीत चुके हैं लेकिन देश आज भी उन शहीदों को भूला नहीं है, जिन्होंने इस दिन राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इसमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं, पुरुषों समेत सभी वर्ग के लोग शामिल थे। ये है 13 अप्रैल, 1919 की बैसाखी की कहानी इसे अमृतसर के नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है। 13 अप्रैल, 1919 को बैसाखी के त्योहार पर, ब्रिटिश सैनिकों ने इसी दिन पंजाब के अमृतसर में जलियांवाला बाग में निहत्थे भारतीयों की एक बड़ी सभा पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें हजारों…