26
Sep
किशनगंज(बिहार): कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो होता... तबीयत से बस एक पत्थर तो उछालो यारों..। जी हां, घूम घूम कर कपड़े बेचनेवाले एक गरीब पिता का सपना तब पूरा हुआ जब उसके बेटे अनिल बोसाक ने सिविल सेवा की परीक्षा में ऑल इंडिया में 45वां रैंक लाकर बिहार के नाम को रोशन कर दिया। गरीब पिता ने महाजन से कर्ज लेकर अपने बच्चे पढ़ाया लिखाया। अपने पिता के सपने को सत्य कर दिखाया है सीमांचल के बेटे अनिल बोसाक ने। बोसाक ने सिविल सर्विसेज-2020 की परीक्षा में 45वां स्थान हासिल किया है। अनिल ने देश की प्रतिष्ठित…