21
Jul
आजादी के वक्त भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था तो उस समय सैकड़ों-लाखों लोगों को इसके दर्द का दंश झेलना पड़ा। लोगों को अपने घरों को छोड़ पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा था। इसी में से एक Reena Verma भी थीं, जिनका परिवार पुणे में आकर बस गया था। उस समय वह 14 साल की थीं और अब वही रीना वर्मा रावलपिंडी स्थित अपने घर गई हैं। 1965 से जाने की कर रही हैं कोशिश दरअसल, महाराष्ट्र के पुणे की रहने वाली 90 वर्षीय रीना वर्मा छिब्बर 75 साल बाद अपने जन्मस्थान पर पहुंची हैं। वे अटारी से होते हुए…