पटना: बिहार के विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय से महापुरुषों का जिक्र पाठ्यक्रम से हटाया गया। जेपी का विषय हटाया गया। ये संघी सरकार है। आज किसान तबाह परेशान हैं सड़को पर अधिकार के लिए लड़ रहे। तानाशाही सरकार किसानों की बात दुख तकलीफ नहीं सुन रही। आज किसान महा पंचायत कर रहे। सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है। ऐसा लगता है दाल में कुछ काला है।
संघमय सरकार हो गयी है। गोवलकर के रास्ते पर सरकार चल रही। आरएसएस के लोग किस विचारधारा के लोग हैं ये किसी से छुपा नहीं। उसी विचारधारा के खिलाफ हम लड़ाई लड़ रहे।लालू जी अगर जातिगत जनगणना को लेकर सड़क पर नहीं आते तो हम मोहिम में सफल नहीं होते। हमारी कोशिश है कि वंचित समाज मुख्य धारा में आये।
केंद्रीय मंत्री ने पार्लियामेंट में कहा कि जातिगत जनगणना नहीं होगी। इसलिए हमलोग एक जुट हुए पीएम से मिलकर आये। अभी हम पीएम के फैसले का इंतज़ार कर रहे। कुछ लोग इसे जातपात की राजनीति बताते हैं लेकिन ये समझना होगा कि जब धर्म की गिनती हो रही तो जाति की गिनती क्यों नहीं। जनगणना से विकास की योजना बनाने में फायदा होगा। हमलोगों की ये लड़ाई जारी रहेगी।
हम पीएम को पत्र लिख कर रिमांडर भेजेंगे। केंद्र सरकार बताए क्या करना है। अगर नहीं करनी है तो बिहार सरकार आने खर्चे पर कराए। पूरे देश मे आंदोलन होगा । सोनिया गांधी जी ने इसके समर्थन में एक कमिटी बनाई है। हम देश के सभी नेताओं से दल बात करेंगे और सभी से संपर्क करेंगे। इसको लेकर एक सर्वसमति से माहौल बनाते हुए आंदोलन किया जाएगा।
बिहार में शिक्षा की क्या स्थिति बद से बदतर है। शिक्षकों की क्या स्थिति है। नीतीश कुमार ने शिक्षा व्यवस्था बर्बाद कर दिया। एक परीक्षा ढंग से नहीं हो रही। शिक्षक परेशान हैं लेकिन सरकार मनमानी कर रही। सरकार का इंटरेस्ट एजुकेशन क्वालिटी सुधारने में क्यों नहीं। पद क्यों खाली हैं। शिक्षा का स्तर बिहार में सबसे ज्यादा खराब। यहां अफसरशाही हावी है। यहां परीक्षा में साउथ की हीरोइन पास कर जाती है।बाढ़ को लेकर डिप्टी सीएम रेणु देवी के बयान पर बोले तेजश्वी बाढ़ को रोकने की जिम्मेदारी किसकी है। बिहार का बाढ़ आर्टिफिशियल हो या आपदा हो रोकने की जिम्मेवारी सरकार की है, नुकसान तो बिहार का ही हो रहा है।