नई दिल्ली: दिल्ली के Kanjewala Case में पुलिस ने 03 बड़े खुलासे किए। पहला- आरोपी 05 नहीं, बल्कि 07 हैं। पुलिस ने 05 आरोपियों को पहले ही अरेस्ट कर लिया था। 06 जनवरी को छठे आरोपी कार मालिक आशुतोष को भी पकड़ लिया हैं। अंकुश खन्ना की तलाश अभी भी जारी हैं। दूसरा- आरोपियों का मृतक लड़की अंजलि और चश्मदीद निधि के साथ पुराना कनेक्शन नहीं हैं। तीसरा- जो लड़का कार चला रहा था, उसका नाम अमित हैं। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं हैं। उसे बचाने के लिए ही दूसरे का नाम आगे किया गया था।
दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने 05 आरोपियों की पुलिस कस्टडी 04 दिन के लिए बढ़ा दी हैं। पुलिस ने दावा किया कि आरोपियों को पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी हैं। इसके बाद भी वे गाड़ी चलाते रहे। हादसा 31 दिसंबर की रात को 02 बजकर 04 मिनट से 2 बजकर 06 मिनट के बीच हुआ। अंजलि का मोबाइल अभी तक नहीं मिल पाया है।
इस केस से जुड़े बड़े अपडेट्स
सूत्रों के मुताबिक अब आरोपियों की बैक रूट मैपिंग की जाएगी। इससे यह जानने की कोशिश होगी कि उस रात क्या हुआ होगा और आरोपियों ने क्या किया होगा। बुधवार की देर रात पुलिस अधिकारियों की एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई।
पुलिस पांचों आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती हैं। इसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगेगी। मृतका अंजलि की मां ने बुधवार देर रात कहा- ‘निधि भी बेटी अंजलि की हत्या में शामिल हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि निधि को मैं नहीं जानती हूं। मैंने उसे कभी नहीं देखा। अंजलि ड्रिंक नहीं करती थी। वह नशे की हालत में कभी घर नहीं आई।’
फैमिली डॉक्टर भूपेश ने भी अंजलि के नशे में होने के दावे को खारिज किया हैं। उन्होंने कहा कि अटॉप्सी रिपोर्ट में पाया गया हैं कि मृतका के पेट में अल्कोहल नहीं था।
Kanjhawala Case: एक्सीडेंट के पहले और एक्सीडेंट के बाद क्या-क्या हुआ
सभी आरोपी पुलिस की रिमांड पर
फिलहाल पांचों आरोपी मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, एक्सीडेंट के दौरान दीपक खन्ना कार ड्राइव कर रहा था। इनमें मनोज मित्तल भाजपा का नेता बताया जा रहा हैं।