नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन Russia के बीच आज 19वें दिन भी युद्ध जारी हैं। इसी बीच यूक्रेन के एक अस्पताल से दिल दहलाने वाली तस्वीर सामने आई हैं। यहां रूस Russia के बम Bomb विस्फोट में एक गर्भवती महिला समेत उसके बच्चे की मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया। वहां महिला को डॉक्टरों ने बताया कि उसके बच्चे की मौत हो गई हैं। ये जानने के बाद महिला ने डॉक्टरों से कहा कि मुझे भी मार दें।
हमले में महिला और बच्चे की मौत:
इस हमले के बाद अस्पताल का एक वीडियो और कुछ तस्वीरें सामने आयी जिसमें एक महिला खून से लथपथ दिखी। जानकारी के मुताबिक, महिला के शरीर का निचला हिस्सा बम विस्फोट के चलते लहूलुहान हो गया था जिसके बाद उसे बहुत बचाने की कोशिश की गई लेकिन महिला ने भी दम तोड़ दिया।
युद्ध के कारण लाखों लोगों ने किया पलायन:
रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के चलते यूक्रेन के कई बड़े शहर लगभग तबाह हो गए हैं। लगातार हो रही बमबारी से अपनी जान बचाने के लिए लाखों लोग घर छोड़कर दूसरे देशों में जा चुके हैं। जो परिवार वहां रह रहे हैं उनको जान बचाने के लिए बंकर में छिपना पड़ रहा हैं। यूक्रेन के 3,920 सैन्य बेस हुए नष्ट
इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना हैं कि रूसी सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन शुरू होने के बाद से यूक्रेन के 3,920 सैन्य बेस को नष्ट कर दिया हैं। हालांकि अब तक इस आंकड़े पर यूक्रेन का कोई जवाब सामने नहीं आया हैं।
राष्ट्रपति ने हमले की निंदा की:
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूसी सेना द्वारा नागरिकों पर हमले की निंदा की थी। उन्होंने इसे ‘युद्ध अपराध’ और ‘यूक्रेनियों के खिलाफ नरसंहार का अंतिम सबूत’ करार दिया। ट्विटर पर ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो साझा किया था जो बमबारी से हुए नुकसान को दर्शाता हैं। अब तक के 19 दिन के युद्ध में यह यूक्रेन के खिलाफ रूस के सबसे क्रूर क्षणों में से एक था। महिला को दूसरे अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया।
बमबारी में बुरी तरह से घायल हुई थी महिला:
हॉस्पिटल के डॉक्टर का कहना हैं कि महिला के शरीर का निचला हिस्सा बम विस्फोट की वजह से क्षतिग्रस्त हो कर लहूलुहान हो गया। महिला का फौरन सिजेरियन किया गया लेकिन बच्चे के बचने की चांस नही थे। फिर करीब आधे घंटे के बाद महिला ने भी दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जल्दबाजी में उन्होंने महिला के पति का नाम भी नहीं पूछा। उस महिला के पिता आ कर उसका शव ले गए। डॉक्टर ने कहा कि कम से कम कोई तो उसका शव लेने आया और वह सामूहिक कब्र में नहीं जाएगी, नहीं तो युद्ध में मारे गए सभी लोगों के लिए कब्र बनाए जा रहे।
Russia दूतावास ने खबर को बताया फेक:
गौरतलब है कि मारिया पोल में रूस की भीषण गोलाबारी में मारे गए लोगों में से कई की पहचान नहीं की जा सकी और वहां चल रहे हालात की वजह से इन लोगों को सामूहिक कब्रों में दफनाना पड़ा हैं। वहीं, इसपर रूसी अधिकारियों का कहना हैं कि यूक्रेन के चरमपंथी प्रसूति अस्पताल का उपयोग अपने ठिकाने के तौर पर कर रहे थे और वहां कोई मरीज या चिकित्सा कर्मी नहीं था। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत और लंदन में स्थित रूसी दूतावास के राजदूत ने संबंधित तस्वीरों को ‘‘फर्जी खबर’’ करार दिया।