नई दिल्ली: देश की सुरक्षा में तत्पर सेनाएं समय के साथ-साथ अपने सामरिक क्षमता में विस्तार के लिए दूसरे देशों के साथ अभ्यास करती रहती हैं। इन अभ्यासों से सेनाओं को नई तकनीक के आदान-प्रदान के साथ युद्धक माहौल में अपना कौशल दिखाने का भी मौका मिलता है। इसी तकनीक और सामरिक उपाय साझा करने के क्रम में ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में दुनिया का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ‘पिच ब्लैक 22’ का आयोजन किया गया। लगभग 20 दिनों तक चले दुनिया के सबसे बड़े युद्धाभ्यास ‘पिच ब्लैक’ में हिस्सा लेने के बाद भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) का दल कई देशों की सेनाओं के साथ अभ्यास में सफलतापूर्वक भागीदारी के बाद वापस लौट आया है।
ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स ने की मेजबानी
एक्सरसाइज ‘पिच ब्लैक 22’ की मेजबानी रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स ने अपने डार्विन एयर बेस में की थी। इस अभ्यास ने वायु सेनाओं को सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभव साझा करने का अवसर प्रदान किया। इस अभ्यास का आयोजन 19 अगस्त से 08 सितंबर 2022 के बीच किया गया। इस एक्सरसाइज में 17 देशों के 100 से अधिक विमान और 2,500 सैन्य कर्मी भाग ले रहे हैं। ‘पिच ब्लैक’ एक्सरसाइज रॉयल ऑस्ट्रेलियन वायु सेना के ब्रैडशॉ फील्ड ट्रेनिंग एरिया और डेलामेरे एयर वेपन्स रेंज पर आयोजित किया जाता है, जो दुनिया के सबसे बड़े प्रशिक्षण हवाई क्षेत्रों में से एक है।
दुनिया का सबसे बड़ा अभ्यास
ऑस्ट्रेलिया के समुद्री इलाके में हुए ‘पिच ब्लैक 22′ हवाई अभ्यास में भारत समेत 17 देशों की वायु सेनाएं शामिल हुईं। तीन सप्ताह की अवधि तक चले इस अभ्यास में 17 देशों की वायु सेनाओं और 2,500 से ज्यादा सैन्य कर्मियों ने भागीदारी की। ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में हुए पिच ब्लैक’ युद्धाभ्यास में भारत के अलावा जर्मनी, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, अमेरिका, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, जापान, कोरिया गणराज्य, यूके, फिलीपींस, थाईलैंड, कनाडा और नीदरलैंड ने हिस्सा लिया। जापान, जर्मनी और कोरिया गणराज्य ने पहली बार इस एक्सरसाइज में भाग लिया।
क्या है ‘पिच ब्लैक एक्सरसाइज’
‘पिच ब्लैक एक्सरसाइज’ रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना (RAAF) द्वारा आयोजित एक बहुराष्ट्रीय अभ्यास है। ‘पिच ब्लैक’ एक्सरसाइज ऑस्ट्रेलिया में हर दो साल में होती है। इस एक्सरसाइज का उद्देश्य युद्ध के लिए अपनी तैयारियों को परखना होता है। इस बार ‘पिच ब्लैक’ एक्सरसाइज में भारतीय वायु सेना के अलावा 16 दूसरे देशों की वायु सेनाओं ने भी भाग लिया। ये एक्सरसाइज दिन के अलावा रात में भी हुआ, जिसमें इस साल भाग लेने वाले कई देशों के बीच हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमता को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए गए।
भारतीय दल में 100 से अधिक वायु सैनिक रहे शामिल
ऑस्ट्रेलिया के डार्विन में हुए हवाई युद्ध अभ्यास ‘पिच ब्लैक’ में भारतीय वायुसेना की ओर से बड़ी टुकड़ी शामिल हुई, जिसमें 100 से अधिक वायु योद्धा शामिल थ। भारतीय वायुसेना की ओर से चार सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू और दो सी-17 विमानों के साथ तैनात किया गया था। भारतीय वायुसेना के बेड़े का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन वाईपीएस नेगी ने किया, जिसमें वायु सेना की टुकड़ी में 45 गरुड़ विशेष बल के जवान भी शामिल थे। भारत से ऑस्ट्रेलिया जाते और लौटते वक्त सुखोई-30 एमकेआई विमानों को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टैंकरों ने मध्य हवा में ईंधन दिया था। इस अभ्यास ने भाग लेने वाली सेनाओं ने दिन-रात बहु विमान युद्धाभ्यासों में भाग लेने और वायु सेनाओं को सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं और अनुभवों को साझा करने का एक अवसर उपलब्ध कराया।
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सामरिक रूप से अहम युद्धाभ्यास
ऑस्ट्रेलिया में हर दो वर्ष में होने वाली इस एक्सरसाइज का उद्देश्य युद्ध के लिए अपनी तैयारियों को परखना होता है। इस साल अभ्यास में भाग लेने वाले कई देशों ने मध्य हवा में ईंधन भरने की क्षमता को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। इस आयोजन में एक सहयोग की भावना देखी गई, जिससे एक-दूसरे की क्षमताओं को लेकर बेहतर समझ और एक दोस्ताना संबंध बने। इस आयोजन से एक-दूसरे की क्षमताओं को लेकर बेहतर समझने के साथ-साथ भागीदार देशों के बीच स्थायी संबंधों को बढ़ावा मिला।