अमृतसर: अमृतसर के मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू Amritsar Mayor Karmjit Rintu ने पंजाब चुनाव से चार दिन पहले कांग्रेस को झटका दिया हैं। प्रियंका गांधी के रोड शो के अगले ही दिन पार्टी छोड़कर रिंटू ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया हैं। टिकट घोषित होने के बाद से ही उन्होंने खुद को सीमित कर दिया था और चुनाव प्रचार पर भी नहीं निकले थे।
कर्मजीत सिंह रिंटू अमृतसर नॉर्थ का बड़ा चेहरा हैं। 2012 के चुनावों में कर्मजीत सिंह रिंटू को अमृतसर नॉर्थ से अनिल जोशी के खिलाफ टिकट दी गई थी। तब अनिल जोशी ने मेयर रिंटू को हराकर मंत्री पद हासिल किया था।
2017 में रिंटू ने फिर नॉर्थ से टिकट माना, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया और सुनील दत्ती को उम्मीदवार बनाया। अब 2022 के चुनावों में भी रिंटू ने अमृतसर नार्थ से टिकट मांगी थी, लेकिन फिर उन्हें मना कर दिया गया। इसके बाद से ही रिंटू ने कांग्रेस के उलट चलने का मन बना लिया था। टिकट घोषित होने के बाद से ही रिंटू ने अपने आप को सीमित कर दिया था और कहीं भी प्रचार पर नहीं निकले।
सीट छोड़ने के लिए रिंटू को बनाया था मेयर:
रिंटू को 2017 के चुनावों में अमृतसर नॉर्थ सीट छोड़ने के लिए ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर मेयर का पद दिया था। इस साल 2022 में उन्हें टिकट मिलना लगभग तय था, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह व नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पैदा हुई कलह के बाद हालात फिर बदल गए। कैप्टन के करीबी होने के कारण सिद्धू के साथ उनके कुछ खास संबंध नहीं थे।