वैसे तो कोरोना Corona के लक्षणों में खांसी, सर्दी, बुखार शामिल हैं, लेकिन अब आंखों में धुंधलापन और ड्राय Dryness आइज भी संक्रमण से जुड़ी समस्याएं बनती जा रही हैं। हाल ही में चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग के वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में कहा हैं कि कोरोना से जूझ चुके 20% लोगों की आंखें सूख रही हैं।
Corona से अब आंखें भी सुरक्षित नहीं:
रिसर्चर्स ने कोरोना से रिकवर हुए 228 मरीजों की जांच 1 से 3 महीने के बीच की। इन मरीजों के हेल्थ रिकॉर्ड्स की तुलना 109 स्वस्थ लोगों से की गई। इसमें पाया गया कि कोरोना की चपेट में आने वाले हर 5 में से 1 इंसान को ड्राय आइज की बीमारी के लक्षण होते हैं। साथ ही उन्हें धुंधलापन, आंखों का गड़ना, लाइट से सेंसिटिविटी और आंखों में सूजन भी हो सकती हैं।
क्या होती हैं ड्राय आइज की बीमारी?
ड्राय आइज यानी आंखों में सूखापन। जब आपकी आंखों को पर्याप्त चिकनाई नहीं मिलती, तब आंसु न बन पाना, आंसु जल्दी सूख जाना, आंखों में जलन, सूजन और दर्द होने जैसी समस्याएं होती हैं।
पहले भी हो चुकी ऐसी ही रिसर्च:
कोरोना का आंखों से क्या कनेक्शन हैं, इस पर 2021 में भी एक रिसर्च हो चुकी हैं। इसमें कहा गया था कि हर 10 में से 1 कोरोना मरीज को आंखों से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। इनमें भी सबसे बड़ी समस्या ड्राय आइज ही पाई गई थी।
कोरोना कैसे करता हैं आंखों पर वार?
ऐसा माना जा रहा है कि आंखों की बीमारी का कारण कोरोना और ACE2 एंजाइम का लिंक हो सकता हैं। ACE2 एंजाइम की मदद से ही कोरोना इंसान के शरीर में एंट्री लेता हैं। इसके बाद वायरस हमारी आंखों में मौजूद कोशिकाओं (सेल्स) को संक्रमित कर देता हैं, जिससे आंखों में परेशानी होती हैं।
ड्राय आइज से कैसे बचें?
रिसर्चर्स ने बताया हैं कि कोरोना की वजह से होने वाली ड्राय आइज की परेशानी के लक्षण कुछ हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। अगर इससे किसी मरीज को ज्यादा ही परेशानी हो रही हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना अच्छा उपाय होगा। इसके अलावा आप ड्राय आइज से राहत पाने के लिए इन घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं-
तेज हवा, धुआं और सीधे आंखों में हवा लगने से बचें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
डॉक्टर से पूछकर आंखों की सिकाई करें।