नई दिल्ली: देश में कोरोना corona का खतरा threat फिर से बढ़ गया हैं। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों में बढ़त देखी जा रही हैं। यूपी के दो जिले नोएडा-गाजियाबाद के 25 से ज्यादा स्कूलों में कोरोना फैल चुका हैं। दोनों जिलों में अब संक्रमित स्कूली छात्र और शिक्षकों की संख्या 162 पहुंच गई हैं।
दुनिया के साथ भारत में भी कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में कोरोना के 501 केस रजिस्टर किए गए। इसके साथ ही राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 7.72% हो गया हैं। इससे पहले रविवार को 517 नए केस सामने आए थे, उसके दूसरे दिन 500 से ज्यादा केस दर्ज किए गए। वहीं, बीते 24 घंटे में पूरे भारत में कुल 1144 नए केस दर्ज किए गए।
IIT प्रोफेसर का दावा, चौथी लहर से खतरा कम:
वहीं, आईआईटी कानपुर के दूसरे प्रोफेसर राजेश रंजन ने भी एसआईआर मॉडल के हवाले से दावा किया हैं कि भारत में आने वाली चौथी लहर दूसरी और तीसरी लहर से कम घातक होगी।
इधर, कोरोना की सटीक भविष्यवाणी करने वाले कानपुर IIT प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने दावा किया हैं कि कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना कम हैं। अग्रवाल ने एक इंटरव्यू में कहा कि कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना कम हैं, क्योंकि अब तक कोई नया म्यूटेंट सामने नहीं आया हैं। उन्होंने कहा कि अब लोगों में इम्युनिटी पावर 90% तक बन गई हैं, लेकिन अगर लापरवाही बरती तो ये म्यूटेंट फिर से अपना असर दिखा सकते हैं।
भारत को कितना खतरा हैं?
भारत में तीसरी लहर फरवरी से ही लगातार ढलान पर हैं और एक्सपर्ट्स का मानना हैं कि ताजा लहर देश में खत्म हो चुकी हैं। इसी वजह से भारत में कोविड प्रतिबंधों में ढील दी जा चुकी हैं और मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख्ती न के बराबर हैं, लेकिन जब चीन समेत कई विकसित देशों में कोरोना वापसी करने लगा हैं। ऐसे में भारत में भी इसके खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता हैं।