9 राज्यों में कम हो रही टेस्टिंग:बढ़ते मामलों के बावजूद राज्य लापरवाह, UP-पंजाब और बिहार भी हैं शामिल, केंद्र ने दी सख्त चेतावनी

up punjab

देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों में नया वैरिएंट ओमिक्रॉन ज्यादा पाए जाने के चलते केंद्र सरकार अलर्ट हो गई हैं। केंद्र ने खास तौर पर 9 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में मामले बढ़ने के बावजूद कम टेस्टिंग को लेकर चिंता जताई हैं। साथ ही इन 9 राज्यों/UT को लेटर लिखकर चेतावनी देते हुए कोविड-19 टेस्ट की संख्या तत्काल बढ़ाने को कहा हैं। इन 9 राज्यों में उत्तर प्रदेश ( UP-Punjab and Bihar,) पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, बिहार, तमिलनाडु, मिजोरम, मेघालय और ओडिशा शामिल हैं।

9 में से चार राज्यों में होने हैं चुनाव:

केंद्र की तरफ से जिन 9 राज्यों को कम टेस्टिंग पर चेतावनी दी गई हैं। उनमें से 4 में अगले दो महीने के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर में विधानसभाओं का कार्यकाल अगले दो से तीन महीने में पूरा हो रहा हैं, लेकिन इन राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण चुनाव आयोग पर मतदान के लिए लाइनें लगाने से बचने के लिए दबाव बन रहा हैं।

स्टिंग में बड़े पैमाने पर गिरावट को लेकर दी गई चेतावनी:

PTI न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव आरती आहूजा की तरफ से लिखे गए लेटर में इन राज्यों में कोविड-19 टेस्टिंग में बड़े पैमाने पर गिरावट आने को लेकर चेतावनी दी गई हैं। साथ ही कहा गया हैं कि नए मामलों और पॉजिटिव रेट के तेजी से बढ़ने के बीच टेस्टिंग में कमी आना ‘बड़ी चिंता’ की बात हैं।

5 जनवरी को लिखे लेटर में आहूजा ने स्पष्ट तौर पर चेताया हैं कि पर्याप्त टेस्टिंग नहीं होने के चलते कम्युनिटी लेवल पर इन्फेक्शन के फैलने का सही आंकड़ा हासिल करना असंभव हैं।

इसे भी पढ़े: पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 91 हजार नए मामले आए: यह पिछले 7 महीने में सबसे ज्यादा, 325 ने गंवाई जान

वैक्सीनेशन के बावजूद नए केस बढ़ने के कारण सतर्कता जरूरी:

आहूजा ने कहा हैं कि वैरिएंट ऑफ कंसर्न माने जा चुके ओमिक्रॉन के मामलों में बढ़ोतरी हो रही हैं और दुनिया के अधिकतर देशों में हाई लेवल वैक्सीनेशन के बावजूद बड़े पैमाने पर कोरोना की नई लहर आ रही हैं। इसके चलते लगातार सतर्कता रखकर ही देश में कोरोना के हालात पहले जैसे खराब होने से बचाया सकता हैं।

टेस्टिंग किट्स का स्टॉक कम न होने दें:

केंद्र ने राज्यों को सलाह दी हैं कि टेस्टिंग रीजेंट्स और किट्स का स्टॉक कम न होने दें। साथ ही टेस्टिंग फैसिलिटीज और लॉजिस्टिक्स का भी रेगुलर अरेंजमेंट करते रहें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *