मैनपुरी: समाजवादी पार्टी (एसपी) प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) की जीत ने साफ कर दिया कि भले ही मुलायम सिंह यादव आज नहीं हैं लेकिन उनका जलवा कायम हैं। मैनपुरी की जनता का प्रेम और विश्वास नेताजी पर आज भी कायम हैं। मैनपुरी में सपा के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए विरोधी दलों को अभी और मेहनत करनी होगी।
साल 2019 के चुनाव में एसपी और बीएसपी ने गठबंधन से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद भी मुलायम सिंह की जीत का आंकड़ा एक लाख से नीचे रह गया था। मुलायम के निधन के बाद उनकी पुत्रवधू डिंपल यादव को सपा ने मैदान में उतारा था। डिंपल को इतना बड़ा जनादेश मिला कि जीत का आंकड़ा आम चुनाव की अपेक्षा लगभग तीन गुना हो गया।
एसपी प्रत्याशी डिंपल यादव ने बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया हैं।
डिंपल ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मतगणना स्थल पर पहुंचकर जीत का प्रमाणपत्र लिया।