माइग्रेन रिसर्च फाउंडेशन के अनुसार दुनिया में 100 करोड़ लोग माइग्रेन Migraine के शिकार हैं। इससे होने वाले सिर दर्द को घर पर रहकर तो मैनेज TIPS किया जा सकता हैं, लेकिन ऑफिस में काम करते वक्त ये बड़ी समस्या बन सकता हैं।
हेल्थलाइन वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, माइग्रेन के 90% मरीज कहते हैं कि इसका अटैक आने पर वो सही से काम नहीं कर पाते। चूंकि ये बीमारी अदृश्य होती हैं, ऐसे में आसपास के लोगों को भी मरीज का दर्द समझने में मुश्किल होती हैं।
6 उपाय जो ऑफिस में माइग्रेन के साथ जीना करेंगे आसा:
अपने बॉस को साफ शब्दों में परेशानी बताएं:
माइग्रेन का दर्द अदृश्य होता हैं। जब तक आप खुद से किसी को इसके बारे में नहीं बताएंगे, तब तक उसे पता नहीं चलेगा। ऑफिस में अपने बॉस और ह्यूमन रिसोर्सेस (HR) से खुलकर बात करें। उन्हें बताएं कि आपको आने वाला माइग्रेन अटैक कितना गंभीर हैं। यदि उन्हें आपकी परेशानी समझने में मुश्किल हो रही हैं तो अपने डॉक्टर से माइग्रेन के बारे में नोट लिखवाकर अपने बॉस को दिखाएं।
अपने हिसाब से एक प्लान बनाएं:
ऑफिस में माइग्रेन अटैक से निपटने के लिए एक प्लान बनाएं। आपकी जगह पर काम करने के लिए सहयोगियों से बात करें। घर जाने की नौबत आए तो ऑटो या टैक्सी सुरक्षित ऑप्शन्स हैं।
Migraine को ट्रिगर करने वाली चीजों से दूर रहें:
तेज रोशनी, हल्ला और तेज गंध माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं। ऑफिस में अपने कंप्यूटर मॉनिटर की लाइट कम रखें। इसके साथ ही अपनी डेस्क की लाइट भी कम रखें। यदि आपकी डेस्क तेज रोशनी में हैं तो अपने मैनेजर से बात करके कहीं और शिफ्ट हो जाएं।
आपके आसपास ज्यादा हल्ला होता हैं तो शांत जगह पर शिफ्ट हों। यदि आपको ऐसी कोई डेस्क नहीं मिलती तो कानों में ईयर प्लग लगाकर भी तेज आवाज से बचा जा सकता हैं। ऑफिस में उन लोगों से शारीरिक दूरी बनाएं जो स्ट्रॉन्ग परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं। कंप्यूटर के सामने अपनी पोजीशन पर ध्यान दें और आंखों पर जोर न पड़ने दें।
स्ट्रेस को मैनेज करें:
ऑफिस में काम की चिंता होना आम बात हैं। हालांकि लगातार ज्यादा स्ट्रेस से माइग्रेन अटैक आने की संभावना होती है। ऑफिस में स्ट्रेस मैनेज करने के लिए 5-10 मिनट का ब्रेक लें। इस समय ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मेडिटेशन कर सकते हैं या बाहर टहल सकते हैं।
कोई भी समस्या होने पर अपने सहयोगियों से बात करें। माइग्रेन कंट्रोल नहीं हो रहा हो तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
एक एस्केप रूम ढूंढे:
ऑफिस में एक ऐसा रूम ढूंढे जहां तबीयत खराब होने पर आप कुछ समय अकेले बिता सकें। माइग्रेन के लक्षण आने पर यदि आप इस रूम में कुछ देर आराम कर सकें तो और भी अच्छा होगा।
ऑफिस में अलग से दवाइयां रखें:
अपने डेस्क पर माइग्रेन के लिए एक फर्स्ट एड किट तैयार रखें। इसमें आपकी जरूरत की सभी दवाइयां होनी चाहिए। डीहाइड्रेशन और भूख से बचने के लिए हमेशा पानी की अतिरिक्त बॉटल और खाने की चीजें रखें। डेस्क पर कुछ ऐसे स्नैक्स रखें जो लो ब्लड प्रेशर होने पर आपके काम आ सकें।