नई दिल्ली: पीएम मोदी (PM Modi) ने शनिवार यानी 8 अप्रैल को तेलंगाना के लोगों के सपनों को साकार करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। इसी के साथ पीएम मोदी ने 11,300 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से तेलंगाना में ‘यात्रा में आसानी’, ‘जीवन में आसानी’ के साथ-साथ ‘कारोबार में आसानी’ होगी और राज्य के लोगों को लाभ होगा।
सिकंदराबाद-महबूबनगर परियोजना की देश को समर्पित
प्रधानमत्री मोदी ने सिकंदराबाद दौरे के दौरान परेड ग्राउंड में एक जनसभा में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने सिकंदराबाद-महबूबनगर विद्युतीकरण और दोहरीकरण परियोजना राष्ट्र को समर्पित की। बता दें कि 85 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक फैली यह परियोजना लगभग 1,410 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की गई है। यह परियोजना निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और ट्रेनों की औसत गति बढ़ाने में सहायता करेगी।
इन विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ
दूसरी तरफ, उन्होंने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास, 13 नई एमएमटीएस सेवाएं और 6 राष्ट्रीय राजमार्ग खंड और एम्स बीबीनगर के निर्माण कार्य का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। एम्स बीबीनगर, देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का प्रमाण है। तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को दूसरी ‘वंदे भारत’
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर सिकंदराबाद से तिरुपति तक देश की प्रतिष्ठित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह दो तेलुगु राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लिए दूसरी वंदे भारत ट्रेन है। पीएम मोदी ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस का मुआयना भी किया। इस बीच उन्होंने छात्रों और लोको पायलटों के साथ बातचीत भी की और उनकी खुशी साझा की।
सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस के फायदे
सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस आईटी सिटी, हैदराबाद को भगवान वेंकटेश्वर के निवास स्थान तिरुपति से जोड़ती है। यह तीन महीने की छोटी अवधि के भीतर तेलंगाना से शुरू की जाने वाली दूसरी वंदे भारत ट्रेन है। ट्रेन दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को लगभग साढ़े तीन घंटे कम कर देगी और तीर्थयात्रियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक साबित होगी। यह ट्रेन नलगोंडा, गुंटूर, ओंगोल और नेल्लोर में रुकती है और यात्रा के समय को 11 घंटे से घटाकर 8 घंटे 30 मिनट कर देगी।
सिकंदराबाद स्टेशन के पुनर्विकास से मिलेगा यह लाभ
उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत केंद्र सरकार देशभर के रेलवे स्टेशनों में से 1,275 का कायाकल्प करने का जिम्मा संभाल रही है। इसी क्रम में पीएम मोदी ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी। इससे पहले पीएम ने ट्वीट कर कहा, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास बुनियादी ढांचे के उन्नयन की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे असंख्य लोगों को लाभ होगा।
गौरतलब है कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास 720 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। योजना के अनुसार व्यापक बदलाव द्वारा इसे विश्व स्तरीय सुविधाओं और सौंदर्यपूर्ण डिजाइन सहित एक प्रतिष्ठित स्टेशन भवन के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा। पुनर्विकसित स्टेशन में एक ही स्थान पर यात्रियों के लिए सभी सुविधाओं के साथ डबल-लेवल स्पेशियस रूफ प्लाजा होगा, साथ ही यात्रियों को यहां से आवागमन के अन्य साधनों तक निर्बाध पहुंच प्रदान करने के लिए मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी की सुविधा भी मिलेगी।
13 नई मल्टी-मॉडल परिवहन सेवाओं को हरी झंडी
प्रधानमंत्री ने हैदराबाद-सिकंदराबाद जुड़वां शहर क्षेत्र के उपनगरीय खंड में 13 नई मल्टी-मोडल परिवहन सेवा (एमएमटीएस) सेवाओं को हरी झंडी दिखाई, जो यात्रियों को तेज, सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान, 7,850 करोड़ रुपये से अधिक की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। ये सड़क परियोजनाएं तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों के सड़क संपर्क को मजबूत करेंगी और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद करेंगी।