नई दिल्ली: देश में आज यानी एक अक्टूबर को 5G मोबाइल सर्विसेस की शुरुआत होने जा रही हैं। इंडियन मोबाइल कांग्रेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) इसे लॉन्च करेंगे। देश की दो बड़ी मोबाइल कंपनियां देश में 5G service देंगी। एयरटेल वाराणसी और जियो अहमदाबाद के एक गांव से 5G की शुरुआत करेगी। इस दौरान उत्तर प्रदेश और गुजरात के मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि 5G डिजिटल कामधेनु हैं। इस तकनीक से भारतीयों की जिंदगी में हेल्थ, वेल्थ और हैप्पीनेस आएगी। इससे किफायती हेल्थकेयर सर्विस देना संभव होगा।
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इंडियन मोबाइल कांग्रेस में जाने से पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया- देश में 5G क्रांति की शुरुआत होने जा रही हैं। मैं खासतौर पर टेक वर्ल्ड, स्टार्टअप जगत और मेरे युवा दोस्तों से अपील करता हूं कि वे इस कार्यक्रम से जुड़ें। यह आयोजन 04 दिन तक चलेगा।
प्रधानमंत्री ने जियो पवेलियन विजिट किया। उन्होंने पवेलियन में प्रदर्शित ट्रू 5G डिवाइसेज को देखा और जियो ग्लास के माध्यम से यूज केसेज को एक्सपीरियंस किया। उन्होंने युवा जियो इंजीनियरों की एक टीम से एंड-टू-एंड 5G तकनीक के स्वदेशी विकास को समझा। उन्हें बताया गया कि कैसे 5G शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने में मदद कर सकता हैं।
केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- 5G सेवाओं से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी। डिजिटल क्षमता को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी।
चार दिन तक चलेगी इंडियन मोबाइल कांग्रेस
दिल्ली के प्रगति मैदान में 01 अक्टूबर से टेलीकॉम इंडस्ट्री के बड़े इवेंट इंडियन मोबाइल कांग्रेस के छठे एडिशन की शुरूआत हुई हैं। इसी इवेंट में पीएम 5G सर्विसेज की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव, राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान, मौजूद हैं।
इवेंट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, उनके बेटे आकाश अंबानी, भारती-एयरटेल के MD सुनील मित्तल और और VI मोबाइल सर्विसेस के प्रमुख कुमार मंगलम बिरला भी मौजूद हैं।
जियो, वोडोफोन और एयरटेल ने लाइव डेमो दिया
भारत में 5G टेक्नोलॉजी की क्षमता दिखाने के लिए देश के तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों ने प्रधानमंत्री के सामने एक-एक यूज केस का डेमोंसट्रेशन दिया। प्रधानमंत्री ने जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के पवेलियन को विजिट किया।
उन्होंने जियो पवेलियन में प्रदर्शित ट्रू 5G डिवाइसेज को देखा और जियो ग्लास के माध्यम से यूज केसेज को एक्सपीरियंस किया। उन्होंने युवा जियो इंजीनियरों की एक टीम से एंड-टू-एंड 5G तकनीक के स्वदेशी विकास को समझा। उन्हें बताया गया कि कैसे 5G शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने में मदद कर सकता हैं।
5G के शुरू होने से काम होगा आसान
5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में काफी कुछ बदलने वाला हैं। इससे न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा, बल्कि एंटरटेनमेंट और कम्युनिकेशन सेक्टर में भी काफी कुछ बदल जाएगा। 5G के लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना हैं कि 05 साल में भारत में 50 करोड़ से ज्यादा 5G इंटरनेट यूजर की संख्या होने वाली हैं।
इंटरनेट की पांचवी जनरेशन 5G
इंटरनेट नेटवर्क के पांचवें जनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस हैं, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती हैं। इसमें मुख्य तौर पर तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 Mbps, इंटरनेट स्पीड कम।
मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 Gbps, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा।
हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 Gbps, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा।