नई दिल्ली: प्रधानमंत्री PM नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में राइजिंग एंड एक्सेलरेटिंग MSME परफॉर्मेंस (RAMP), ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ और अन्य सुविधाओं का शुभारंभ किया। विश्व बैंक के सहयोग से अगले 5 वर्षों में RAMP में 6,000 करोड़ रुपए का निवेश होगा। RAMP के जरिए MSME सेक्टर की फाइनेंस और बड़े बाजारों तक आसान पहुंच बनेगी। इस अवसर पर पीएम ने कहा, MSME सेक्टर का मजबूत होना जरूरी हैं। हम स्थानीय उत्पादों को ग्लोबल बना रहे हैं। MSME सेक्टर के लिए हमारी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। हमारी सरकार ने 18 हजार MSME को 500 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ‘उद्यमी भारत’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा भी मौजूद रहे। MSME सेक्टर का विस्तार करने पर अभूतपूर्व बल दिया जा रहा हैं। इसी कड़ी में आज अनेक नई योजनाएं शुरू की गईं हैं। यह योजनाएं MSME सेक्टर की गुणवत्ता और तरक्की से जुड़ी हैं।
MSME का मतलब- मैक्सिमम सपोर्ट टू MSME: PM
मोदी ने कहा MSME सेक्टर का विस्तार करने पर जोर दिया जा रहा हैं। इसी कड़ी में आज अनेक नई योजनाएं शुरू की गईं हैं। यह योजनाएं MSME सेक्टर की गुणवत्ता और तरक्की से जुड़ी हैं। MSME सेक्टर को मजबूती देने के लिए पिछले आठ साल में हमारी सरकार ने बजट में 650% से ज्यादा की बढ़ोतरी की हैं। यानि हमारे लिए MSME का मतलब हैं – मैक्सिमम सपोर्ट टू MSME।
पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम के तहत साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए की मदद MSMEs के लिए सुनिश्चित की जिससे करीब 1.5 करोड़ रोजगार खत्म होने से बचे जो बहुत बड़ा आंकड़ा हैं।
सरकार के डिजिटल मार्केट पोर्टल के बारे में बताया:
पीएम ने बताया कि अगर थर्मस भी बेचना चाहते हैं तो GeM पोर्टल से सरकार खरीद सकती हैं। अपने पर्सन एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि मुझे मेरे ऑफिस में थर्मस की जरूरत थी, हम GeM पोर्टल पर गए जहां तमिलनाडु के एक गांव की महिला से हमने थर्मस खरीदा। तमिलनाडु के गांव से PMO में थर्मस आई, उनको रुपए मिल गए और मुझे गर्म चाय। यही GeM पोर्टल का फायदा हैं।
PMEGP लाभार्थियों को डिजिटल सहायता मिली:
पीएम मोदी योजनाओं की शुरू करने के साथ ही 2022-23 के लिए PMEGP के लाभार्थियों को डिजिटल रूप से सहायता भी ट्रांसफर किया। इस कार्यक्रम में MSME आइडिया हैकथान 2022 के रिजल्ट का ऐलान, नेशनल MSME प्राइज और आत्मनिर्भर भारत (SRI) फंड में 75 MSME को डिजिटल इक्विटी सर्टिफिकेट भी जारी किए गए।
8 सालों में खादी की बिक्री 4 गुना बढ़ी:
पीएम मोदी ने बताया कि पहली बार खादी और ग्रामोद्योग का टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा हैं। इसके पीछे की वजह गांवों में हमारे छोटे-छोटे उद्यमियों और हमारी बहनों का परिश्रम रही हैं। बीते 8 सालों में खादी की बिक्री 4 गुना बढ़ी हैं।
MSME के लिए पहले से चल रही कई योजनाएं:
सरकार पहले भी MSME क्षेत्र के लिए MUDRA योजना, इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी योजना और पारंपरिक उद्योगों के बढ़ावा देने के लिए फंड की योजना (SFURTI) जैसी कई पहल शुरू कर चुकी हैं।
PMEGP में अब मिलेगी कई सुविधाएं:
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ (PMEGP) के शुरू होने से MSME को काफी फायदा होगा। इसके लिए विनिर्माण क्षेत्र के लिए अधिकतम परियोजना लागत में 50 लाख रुपए (25 लाख रुपए से) और सर्विस सेक्टर में 20 लाख रुपए (10 लाख रुपए से) की बढ़ाए जाएंगे। वहीं नई योजना के तहत अब जिलों के और ट्रांसजेंडरों के एप्लिकेशन को भी इसमें शामिल किया जाएगा। साथ ही एप्लिकेशन और उद्यमियों की बैंकिंग, टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग एक्सपर्ट के तौर पर अपॉइंट करके उनकी मदद की जाएगी।