मंदिरों का जीर्णोद्धार: Azadi के अमृतकाल में देश को ‘गुलामी की मानसिकता से मुक्ति’ का आह्वान

Renovation of temples

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने ‘महाकाल लोक’ देश को समर्पित कर दिया। करीब 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से ‘श्री महाकाल लोक’ क्षेत्र का विकास किया गया है। एक नजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के दौरान दिए गए उनके भाषण के कुछ अंश पर- आजादी (Azadi) के अमृतकाल में भारत ने ‘गुलामी की मानसिकता से मुक्ति’ और अपनी ‘विरासत पर गर्व’ जैसे पंचप्राण का आह्वान किया है। इसीलिए, आज अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है।

काशी में विश्वनाथ धाम, भारत की सांस्कृतिक राजधानी का गौरव बढ़ा रहा है। सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ-बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार चारधाम प्रोजेक्ट के जरिए हमारे चारों धाम ऑल वेदर रोड्स से जुड़ने जा रहे हैं। इतना ही नहीं, आजादी के बाद पहली बार करतारपुर साहिब कॉरिडॉर खुला है, हेमकुंड साहिब रोपवे से जुड़ने जा रहा है। इसी तरह, स्वदेश दर्शन और प्रासाद योजना से देशभर में हमारी आध्यात्मिक चेतना के ऐसे कितने ही केन्द्रों का गौरव पुनर्स्थापित हो रहा है। और अब इसी कड़ी में, ये भव्य, अतिभव्य ‘महाकाल लोक’ भी अतीत के गौरव के साथ भविष्य के स्वागत के लिए तैयार हो चुका है।

पीएम मोदी के भाषण के ये अंश उनकी भारतीय सनातन संस्कृति के प्रति गहरी आस्था को बताने के लिए काफी है। ये आस्था व्यक्तिगत नहीं है, इस आस्था में देश है, देशवासियों की भावनाएं हैं, जिसे वैश्विक पटल पर एक नई पहचान दिलाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं पीएम मोदी। पीएम मोदी जब कहते हैं कि किसी राष्ट्र का सांस्कृतिक वैभव इतना विशाल तभी होता है, जब उसकी कामयाबी का परचम, विश्व पटल पर लहरा रहा होता है तो ये सिर्फ कहते नहीं, बल्कि करके कहते हैं, वे दुनिया को बताते हैं कि भारत के लिए धर्म का अर्थ है, हमारे कर्तव्यों का सामूहिक संकल्प! हमारे संकल्पों का ध्येय है, विश्व का कल्याण, मानव मात्र की सेवा।

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 7-8 सालों में मंदिरों का जीर्णोद्धार कर भारत के जन-जन की खोई हुई विरासत को लौटाया है, उनकी आस्था और विश्वास को उन्हें फिर से सौंपा है, उनकी गरिमा को वापस दिलाया है।

आइये जानते हैं पिछले कुछ सालों में पीएम मोदी ने भारत में किन-किन मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया है-

महाकाल लोक

Mahakaal Lok

1234 में दिल्ली सल्तनत का शासक शम्सुद्दीन इल्तुतमिश ने महाकाल मंदिर पर हमला करके इसे नष्ट किया था। 11 अक्टूबर को पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित श्री महाकाल लोक का लोकार्पण कर देशवासियों को उनका धरोहर वापस लौटाया।

महाकाल के आंगन में आए PM Modi

अयोध्या का श्रीराम मंदिर

Shri Ram Mandir

5 अगस्त, 2020 को पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के पौराणिक शहर अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर की नींव रखी।पीएम मोदी ने 12 बजकर 44 मिनट के शुभ मुहूर्त पर श्रीराम मंदिर की शिला रखी। भूमि पूजन में पीएम ने चांदी की 9 शिलाओं का पूजन किया। रामलला इन्हीं शिलाओं के ऊपर विराजमान होंगे। मुगल शासक बाबर के सेनापति मीर बाकी ने 1528 में अयोध्या में राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनवाई थी।

गुजरात का सोमनाथ मंदिर

सोमनाथ मंदिर को आक्रांता महमूद गजनी और फिर मुगल शासक औरंगजेब ने कई बार तोड़ा था। 20 अगस्त, 2021 को पीएम मोदी ने गुजरात के सुप्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर की चार परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

काशी विश्वनाथ कॉरीडोर

प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरीडोर और मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार का काम 8 मार्च 2019 को शुरू किया था, जिसका लोकार्पण 13 दिसंबर, 2021 को पीएम मोदी ने किया। यह कॉरीडोर चार साल के बहुत ही कम समय में बनकर तैयार हो गया। पहले बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को तंग गलियों से होकर गुजरना होता था लेकिन अब गंगा घाट से सीधे कॉ‍रिडोर के रास्‍ते बाबा के दर्शन भक्तगण कर रहे हैं।

गुजरात में स्थित कालका मंदिर

पावागढ़ के कालका मंदिर में 500 साल बाद शिखर पर पीएम मोदी ने ध्वज फहराकर भारतीयों को उनकी सांस्कृतिक विरासत को सौंपा। पावागढ़ गुजरात में स्थित है। महाकाली मंदिर इसी पावागढ़ पहाड़ी पर विराजित है। एक समय ऐसा भी था कि इस मंदिर तक भक्तों का पहुंच पाना बहुत मुश्किल था, लेकिन पीएम द्वारा जीर्णोद्धार के बाद वहां पहुंचने का अब रास्ता आसान है।

चार धाम परियोजना

Char Dham

केंद्र सरकार ने देवनगरी उत्तराखंड में चार धाम परियोजना की शुरुआत की। जिसके तहत चारों धाम- यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम बेहतरीन सड़क नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

कश्मीर में मंदिर

5 अगस्त, 2019 को कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया था। अनुच्छेद 370 हटने के बाद श्रीनगर में कई पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया गया। गुलमर्ग का शिव मंदिर भी उनमें से एक है, जिसे खोले जाने के बाद वहां भक्तों की काफी रौनक देखी जा रही है। रघुनाथ मंदिर का सबसे पहले सरकार ने निर्माण कराया। यह मंदिर झेलम नदी के किनारे बसा है। अन्य मंदिर जिनका निर्माण कार्य चल रहा है, उनमें प्रमुख हैं-शंकरगौरीश्वर मंदिर,पांद्रेथन मंदिर, मार्तंड मंदिर,अवंतिस्वामी और अवंतिस्ववरा मंदिर।

केदारनाथ धाम

वर्ष 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ में भीषण तबाही आई थी, जिसमें सबकुछ जलमग्न हो गया था। पीएम ने देश की जनता से केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण का वादा किया था और उन्होंने अपने वादे को निभाते हुए केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण करवाया।

विदेशी जमीन पर मंदिरों का पुनर्निमाण

देश ही नहीं, पीएम मोदी ने भारतीय संस्कृति का पताका विदेशों में भी फहराया है। विदेशों में भी उनके प्रयासों से भव्य मंदिर बनाए जा रहे हैं। अबू धाबी और मनामा में 2019 में भगवान श्रीकृष्ण श्रीनाथजी के पुनर्निर्माण के लिए लगभग 42 लाख डॉलर देने का पीएम ने ऐलान किया। मंदिर निर्माण कार्य चल रहा है। अबू धाबी में 2018 में पीएम मोदी ने पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी थी। उस समय पीएम मोदी यूएई दौरे पर थे, तब उन्होंने 2015 में मंदिर के लिए जमीन दी थी।,

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