कीव/मास्को: यूक्रेन पर रूसी Russia war हमले को 60 से अधिक दिन हो चुके हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच जंग लगातार जारी हैं। यूक्रेन ने दावा किया हैं रूस लगातार स्टील कारखानों पर बमबारी कर रहा हैं। इस बीच तुर्की ने बड़ा दावा किया हैं। तुर्की ने कहा हैं कि 48 घंटे के भीतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की इंस्ताबुल में मुलाकात हो सकती हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा- हमें उम्मीद हैं कि अगले 48 घंटे में रूस और यूक्रेन के बीच जंग थम जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष जल्द मिलकर समस्या को सुलझाएंगे। हम दोनों देश के नेताओं के संपर्क में हैं।
पुतिन से मिलेंगे UN चीफ, यूक्रेन भी जा सकते हैं:
इधर, एक अहम अपडेट यह हैं कि यूनाइटेड नेशन्स (UN) के जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरेस मंगलवार को मॉस्को जाएंगे। वे वहां रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। UN के प्रवक्ता ने बताया कि पुतिन और गुटेरस के बीच मंगलवार को मॉस्को में मीटिंग प्रस्तावित हैं। गुटेरेस रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात करेंगे।
द कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, गुटेरेस गुरुवार को यूक्रेन भी जाएंगे। वे वहां राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी मुलाकात करेंगे। बता दें कि गुटेरेस ने इसी हफ्ते रूस और यूक्रेन को लेटर लिखा था। इसमें दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की अपील की गई थी।
ताइवान ने यूक्रेन को 611 करोड़ रु की मदद भेजी:
रूस-यूक्रेन जंग में जहां चीन रूस की मदद कर रहा हैं, वहीं ताइवान ने यूक्रेन का समर्थन करते हुए करीब 8 मिलियन डॉलर यानी 611 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की हैं। इस रकम का इस्तेमाल वहां हॉस्पिटल और मेडिकल सर्विसेस को फिर से शुरू करने के लिए किया जाएगा।
ब्लैक सी में 27 रूसी सैनिक लापता:
रूस ने बयान जारी कर कहा हैं कि ब्लैक सी में जहाज पर यूक्रेनी हमले से उसके 27 सैनिक लापता हो गए हैं, जबकि एक सैनिक की मौत हो गई हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने आगे कहा कि हमने 396 क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू कर लिया हैं। मास्कोवा में 14 अप्रैल को यूक्रेन ने रूसी जंगी जहाज पर हमला किया था।
रिपोर्ट में दावा- जंग में 13,000 से ज्यादा russia सैनिक मरे:
मीडिया रेडोव्का की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के हमले में 13 हजार 414 रूसी सैनिकों की मौत हुई हैं, जबकि 7 हजार रूसी सैनिक अभी भी लापता हैं। इसकी पुष्टि रूसी रक्षा मंत्रालय की एक गोपनीय ब्रीफिंग में की गई थी। हालांकि, रेडोव्का ने बाद में इस रिपोर्ट को अपने ट्विटर अकाउंट से हटा दिया।