नई दिल्ली: श्रद्धा मर्डर केस (Shraddha Murder Case) में पुलिस को मर्डर वेपन और बॉडी के सिर की तलाश हैं। हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने बताया हैं कि उसने सिर को सबसे अंत में फेंका था। पुलिस बुधवार को भी आफताब को महरौली जंगल ले जाएगी। मंगलवार को भी पुलिस उसे यहां लाई थी। 43 एकड़ में फैले इस जंगल में करीब 05 घंटे तक सर्चिंग की गई थी।
पुलिस को आफताब के किचन से खून के निशान मिले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब ने श्रद्धा के शव को बाथरूम में रखकर 35 टुकड़े किए थे। अब तक पुलिस को बॉडी के 13 टुकड़े मिले हैं, जो इंसान के लगते हैं। पुष्टि के लिए DNA जांच होगी।
28 साल के आफताब ने 18 मई को 27 साल की श्रद्धा का मर्डर कर दिया था। शरीर के 35 टुकड़े किए थे। इन्हें रखने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा। 18 दिन तक रोज रात 02 बजे जंगल में इन्हें फेंकने जाता था।
श्रद्धा मर्डर केस में आज के अपडेट्स
दिल्ली पुलिस ने डेटिंग ऐप बंबल से रिपोर्ट तलब की हैं। पुलिस ने बंबल से पूछा हैं कि आफताब ने अब तक कितनी लड़कियों से संपर्क साधा हैं।
दिल्ली पुलिस बुधवार को आफताब का नार्को टेस्ट करा सकती हैं। आफताब 05 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर हैं।
पुलिस के सीनियर अधिकारी ने बताया कि श्रद्धा के करीबी दोस्त लक्ष्मण को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया हैं। लक्ष्मण ने दावा किया था कि जुलाई में श्रद्धा से उसकी बात हुई थी।
आफताब ने बताया कि वो बॉडी पार्ट्स को कई बार फ्रिज से आलमारी में शिफ्ट कर देता था, जिससे फ्रिज खोलने पर किसी को शक ना हो।
मकान मालिक ने आफताब का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाया
27 साल की श्रद्धा के मर्डर केस में कई दावे और रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं। इनके मुताबिक 28 साल के आफताब ने 15 मई को महरौली जंगल के पास फ्लैट लिया था। मकसद श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को आसानी से ठिकाने लगाना था। एक रिपोर्ट में कहा जा रहा हैं इस फ्लैट के मालिक ने किराया लेने के बाद आफताब का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था। पुलिस यह जांच कर रही हैं कि क्या आफताब ने मकान लेते वक्त अपना धर्म छिपाया था?
शक न हो इसलिए नौकरी पर जाता रहा, श्रद्धा का सोशल मीडिया एक्टिव रखा
आफताब गुरुग्राम में एक कंपनी में नौकरी करता था। श्रद्धा की हत्या करने के बाद भी वो रोज नौकरी पर जाता था, ताकि किसी को शक नहीं हो। हालांकि, श्रद्धा को मारने के बाद अपने फ्लैट पर वो किसी को भी नहीं आने देता था। मर्डर के बाद फैमिली और फ्रेंड्स की नजरों में श्रद्धा को जिंदा दिखाने के लिए आफताब उसके इंस्टाग्राम प्रोफाइल और अकाउंट को अपडेट रखता था। वो रोज कुछ न कुछ पोस्ट करता रहता था।
10 दिन पहले मार देता, लेकिन श्रद्धा इमोशनल हो गई थी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब ने पूछताछ में बताया- श्रद्धा को 10 दिन पहले ही मार देता, लेकिन झगड़ा के बाद श्रद्धा इमोशनल हो गई थी। इसलिए उसने मारने का प्लान कैंसिल कर दिया। आफताब ने आगे बताया कि श्रद्धा ने फोन पर उसे किसी लड़की से बात करते हुए सुन ली थी, जिसके बाद दोनों की लड़ाई हुई थी।
क्राइम शो वेब सीरीज देखकर जुर्म छिपाने का आइडिया आया
एक पुलिस अफसर ने कहा- आफताब वेब सीरीज और खासतौर पर क्राइम शोज देखने का आदी था। इन्हीं को देखकर उसने यह सीखा कि कैसे श्रद्धा को फैमिली और फ्रेंड्स की नजरों में उसे जिंदा दिखाया जाए। श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को आरी से काटकर फ्रिज में सुरक्षित रखने और उसे 18 दिन तक लगातार जंगलों में ठिकाने लगाने का आइडिया भी इन्हीं वेब सीरीज और क्राइम शोज से सीखा था। गूगल के जरिए उसने खून साफ करने का तरीका भी ढूंढ़ा था।
18 मई से पहले ही मारने का मन बना लिया था
सूत्रों के हवाले से पता चला हैं कि, आफताब ने पुलिस के सामने कबूला कि मर्डर वाले दिन यानी 18 मई से एक हफ्ते पहले ही आफताब ने श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था। उस दिन भी श्रद्धा और आफताब का झगड़ा हुआ था। उसने कहा, ‘मैंने 11 मई को ही उसे मारने की ठान ली थी कि वह अचानक से इमोशनल हो गई और रोने लगी। इसलिए मैंने तय किया कि अब इसे किसी और दिन मारूंगा।’
फ्रिज में श्रद्धा का कटा हुआ सिर देखता था आफताब
पुलिस पूछताछ में आफताब की दरिंदगी और हैवानियत की इंतहा भी सामने आ रही हैं। सूत्रों के हवाले से पता चला हैं कि, आफताब ने जिस कमरे में श्रद्धा की डेड बॉडी के टुकड़े फ्रिज में रखे थे, वह उसी कमरे में लगातार 18 दिन सोता रहा। इतना ही नहीं वह रोज फ्रिज खोलकर श्रद्धा के कटे हुए सिर को भी देखता था।