उदयपुर: उदयपुर Udaipur में मंगलवार को नूपुर शर्मा के समर्थन में एक युवक की Taliban तरीके से हत्या कर दी गई। विरोध में सड़कों पर उतरे लोग करीब 7 घंटे बाद रात 10 बजे शव उठाने पर राजी हुए। शव उदयपुर के अस्पताल में रखवाया गया हैं। बुधवार सुबह पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इससे पहले हाथीपोल चौराहे पर पहुंचे लोगों और पुलिस की झड़प हुई। इसमें भाजपा युवा मोर्चा का एक कार्यकर्ता घायल हो गया। मौके पर नियंत्रण के लिए भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। वहीं, बर्बर हत्याकांड ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर टॉप ट्रेंडिंग में शामिल रहा।
बर्बर हत्याकांड के विरोध में भारी संख्या में लोगों ने एकत्रित होकर नारेबाजी की। इस बीच पत्थरबाजी की घटना हुई। शाम करीब पौने आठ बजे हाथीपोल इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस पर पथराव किया गया। हालांकि पुलिस का भारी जाब्ता मौके पर तैनात हैं। उधर, दोनों आरोपी रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस को राजसमंद के भीम से गिरफ्तार कर लिया गया हैं। उदयपुर जिले में अगले आदेश तक इंटरनेट बंद कर दिया गया हैं।
शव नहीं उठाने पर अड़े लोग:
हत्या के बाद मृतक के परिजन और समाज के लोग शव नहीं उठाने पर अड़े थे। मारे गए युवक कन्हैया की डेड बॉडी उसकी दुकान के बाहर ही रखी थी। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक एसपी और आईजी सस्पेंड नहीं होते तब तक शव को नहीं उठाने दिया जाएगा। लगभग 5 थानों के एसएचओ सहित तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच चुके थे। इसके बाद देररात दोनों पक्षों में समझौता हो गया हैं। मारे गए युवक के परिजनों की मांगों पर सहमति बन गई।
सीएम ने की शांति की अपील:
सीएम के जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उदयपुर मामले में बयान जारी किया। उन्होंने कहा- बहुत चिंता वाली बात हैं। किसी का मर्डर करना चिंताजनक हैं। पूरे देश में तनाव का माहौल बन गया हैं। माहौल ठीक नहीं हैं। गलियों-मोहल्लों में जहां जिसकी आबादी कम संख्या में हैं वे ज्यादा चिंतित हैं। आपस में तनाव और डिस्टेंस हो गया हैं। पीएम का भी फर्क पड़ता हैं।
उन्होंने कहा- पीएम को संबोधित करना चाहिए और अपील करनी चाहिए कि हम किसी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह घटना मामूली नहीं हैं, यह कल्पना से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि मैंने भी सभी से शांति-सद्भावना बनाए रखने की अपील की। नेता प्रतिपक्ष से भी मिला कि तनाव पैदा न हो। हम सब मिलकर प्रदेश में शांति रखें। मामले को लेकर वे बोले कि आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस ने दिखा तत्परता:
घटना के बाद उदयपुर पुलिस तुरंत एक्टिव हुई। तमाम पुलिस अधिकारी जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। हालात पर काबू पाने की कोशिश की। वहीं, राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने दो एडीजी जंगा श्रीनिवास राव और एडीजी एसीबी दिनेश एमएन को जयपुर से उदयपुर के लिए रवाना कर दिया हैं। देर रात तक दोनों एडीजी उदयपुर पहुंच जाएंगे। वहीं, दो डीआईजी राजेन्द्र गोयल और राजीव पचार के साथ-साथ 600 पुलिसकर्मियों का जाप्ता मौके के लिए रवाना कर दिया गया हैं। पुलिस मुख्यालय ने पूरी घटना को बड़ी गम्भीरता से लेते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
देर रात तक अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी पहुंचेगा Udaipur:
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार घटना के बाद लोग उग्र हो सकते हैं। लोगों को समझाने और बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी के लिए दो एडीजी को भेजा हैं। उदयपुर की जनता दिनेश एमएन पर काफी विश्वास करती हैं। इसलिए अधिकारियों को मौके पर भेज कर लोगों के बीच भेजा हैं। एसपी और कलेक्टर भी क्राइम सीन पर मौजूद हैं। पीड़ित परिवार और लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा हैं।