मॉस्को/कीव: रूस-यूक्रेन Ukraine युद्ध का आज 15वां दिन day हैं। गुरुवार को तुर्की के एंटाल्या शहर में रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों की बातचीत नाकाम हो गई। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा- बातचीत में हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके। सीजफायर पर तो बातचीत भी नहीं हुई। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की चाहें तो हमारे प्रेसिडेंट व्लादिमिर पुतिन उनसे मीटिंग को तैयार हैं। आज नहीं तो कल, बातचीत तो करनी ही होगी।
मारियुपोल मेटर्निटी अस्पताल पर रूस का हमला:
यूक्रूोन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने कहा- मारियुपोल अस्पताल पर रूस ने हमला किया हैं। लोग, बच्चे मलबे में दबे हैं। अत्याचार! दुनिया कब तक आतंक को नजरअंदाज करती रहेगी? फौरन नो फ्लाय जोन घोषित किया जाए! हत्याएं बंद की जाएं! आपके पास ताकत हैं, लेकिन ऐसा लगता हैं कि हम इंसानियत खो रहे हैं।’
अमेरिका की वॉर्निंग:
अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रूस की सेना यूक्रेन पर केमिकल अटैक कर सकती हैं। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा- अमेरिका की जैविक हथियार प्रयोगशालाओं और यूक्रेन में रासायनिक हथियारों के विकास के बारे में रूस के दावे बेतुके हैं। इन दावों के जरिए वो भविष्य में हमलों के लिए जमीन तैयार कर रहा हैं।
एक-दूसरे पर आरोप:
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा हैं कि यूक्रेन के राष्ट्रवादी लोग नागरिकों की निकासी में रुकावटें डाल रहे हैं। वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा हैं कि रूस ने देश के 4 लाख नागरिकों को बंधक बना लिया हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने कहा- अब तक रूस के 12 हजार सैनिक मारे गए हैं। उसके 317 टैंक, 49 एयरक्राफ्ट, 81 हेलिकॉप्टर, 60 फ्यूल टैंक और 7 ड्रोन तबाह किए जा चुके हैं।
मारियुपोल में सामूहिक कब्रगाह:
यूक्रेन का कहना हैं कि रूसी आक्रमण के बाद से मारियुपोल में 1,170 नागरिक मारे गए हैं। इन्हें सामूहिक कब्रगाह में दफनाया जा रहा हैं। लगातर बमबारी के चलते अंतिम संस्कार भी मुश्किल हो गया हैं। इनकी मौत पर आंसू बहाने वाला भी कोई नहीं हैं।
ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम फ्लाइट आज आएगी:
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार की ओर से शुरू किए गए ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम फ्लाइट गुरुवार को भारत पहुंचेगी। इसमें यूक्रेन के सूमी शहर में फंसे 600 भारतीयों को वापस लाया जाएगा।
ऑपरेशन करीब 12 दिन पहले शुरू किया गया था। इसके तहत यूक्रेन के विभिन्न इलाकों में फंसे करीब 17 हजार भारतीयों को वापस भारत लाया गया। इनमें ज्यादातर स्टूडेंट्स हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम फ्लाइट रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से उड़ान भरेगी। हालांकि भारतीय मिशन उन भारतीयों पर नजर रखेगा जो दूर-दराज के इलाकों में फंसे हो सकते हैं।
सरकार ने भारतीयों को रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोलडोवा के रास्ते निकाला। यूक्रेन में फंसे भारतीय इन देशों की सीमा में सड़क मार्ग से पहुंचे और वहां ट्रांजिट प्वाइंट्स से इन देशों में प्रवेश किया। रोमानिया से आठ हजार भारतीयों को निकाला गया।
रूस में युद्ध विरोधियों की गिरफ्तारी:
रूस के विभिन्न शहरों में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने का विरोध बढ़ने लगा हैं। सरकार ने भी सख्ती करते हुए विरोधियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया हैं। अभी तक करीब 13 हजार लोगों को अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया जा चुका हैं।