गंगा-यमुना की पावन लहरों से सजी देवभूमि Devbhoomi उत्तराखंड Uttarakhand की 70 सीटों पर वोटिंग चल रही हैं। सुबह 8 बजे शुरू हुए मतदान के बाद ही राज्य में कम से कम दर्जन भर जगह EVM को लेकर परेशानियां सामने आई हैं। देहरादून, टिहरी और अल्मोड़ा में कई बूथ पर EVM खराब होने की खबर हैं। कई जगह ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया हैं। सुबह 9 बजे तक राज्य में 5.15% लोग अपने मताधिकार का उपयोग कर चुके थे।
देहरादून के सहसपुर एरिया में बूथ नंबर 203 पर मतदान प्रक्रिया के दौरान पोलिंग अधिकारी को हार्ट अटैक आने की खबर हैं। सूत्रों के मुताबिक, रिजर्व ऑफिसर को मौके पर केंद्र संभालने के लिए भेजा गया हैं।
वोटिंग अपडेट्स:
पहले घंटे के दौरान हरिद्वार में 7% और पिथौरागढ़ में 4.40% मतदान हुआ हैं।
राज्य में पहले एक घंटे के दौरान यानी सुबह 9 बजे तक देहरादून में 5.68% वोटर पोलिंग बूथ पर पहुंचे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में पोलिंग बूथ पर पहुंचकर मतदान किया।
बाजपुर विधानसभा सीट के आदर्श कन्या इंटर कॉलेज पोलिंग बूथ पर भी EVM मशीन मॉक पोल में ही खराब हो गई। बाद में इसे बदलकर मतदान शुरू कराया गया।
रुड़की के चौधरी भरत सिंह डीएवी इंटर कॉलेज में बने पोलिंग बूथ में EVM मशीन खराब होने के कारण मतदान शुरू नहीं हुआ। बाद में मशीन बदलने के बाद वोट डालना शुरू किया गया।
हरिद्वार के भगवानदास संस्कृत महाविद्यालय के पोलिंग बूथ 152 पर EVM और VVPAT मशीन खराब होने के कारण सुबह मतदान 20 मिनट देरी से शुरू हुआ।
कई जगह पोलिंग बूथ पर बुजुर्ग मतदाताओं को फूल देकर उनका स्वागत किया गया हैं।
उत्तरकाशी जिले के ही एक और गांव में सड़क के कारण मतदान का बहिष्कार किया गया हैं। पुरोला तहसील के शिकारू गांव के ग्रामीण अपने यहां सड़क बनाने का वादा पूरा नहीं होने से नाराज हैं।
वोटर्स में वोट डालने के लिए उत्साह जमकर दिखाई दे रहा हैं। सरकार की तरफ से पोस्टल बैलेट की व्यवस्था के बावजूद कई बुजुर्ग व्हील चेयर पर मतदान केंद्र पहुंचे और वोट डाला हैं।
भाजपा के दिग्गज नेता सतपाल महाराज ने अपनी विधानसभा सीट चोबट्टाखाल के पोखड़ा ब्लॉक में सेडियाखाल मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डाली हैं।
उत्तरकाशी के बडकोट एरिया में कुठार गांव के ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने के कारण पोलिंग का बहिष्कार कर दिया हैं। यमुनोत्री विधानसभा सीट के इस गांव में प्रशासन ग्रामीणों को मनाने की कोशिश कर रहा हैं।
उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाश प्राप्त) गुरमीत सिंह ने देहरादून के गढ़ी कैंट में मेख बहादुर गुरुंग कैंट गर्ल्स इंटर कॉलेज में बने पोलिंग बूथ पर पहुंचकर वोट डाला हैं।
देहरादून मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंची राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने कहा- सभी जगहों पर सुरक्षा बल तैनात हैं। राज्य में शांति के साथ मतदान चल रहा हैं। मैं सभी से अपील करतीं हूं कि वे अपना मतदान ज़रूर करें।
डोईवाला विधानसभा के तेलीवाला पोलिंग बूथ पर EVM मशीन बंद हो जाने के बाद उसे बदला गया हैं।
देहरादून के भवानी इंटर कॉलेज, केंद्रीय विद्यालय कालिदास रोड के पोलिंग बूथ पर भी EVM में गड़बड़ी की जानकारी मिल रही हैं।
प्रतापनगर विधानसभा के मंदार वेस्ट पोलिंग बूथ पर भी EVM में खराबी के कारण मतदान में देरी हुई हैं।
अल्मोड़ा विधानसभा सीट के चौमो बूथ पर और जागेश्वर विधानसभा सीट के कनरा बूथ पर EVM में खराबी हुई हैं।
देहरादून के हाथी बडकला स्थित बूथ संख्या 84 पर EVM खराब होने की खबर हैं। हालांकि वहां मतदान दोबारा नई मशीन के साथ शुरू हो गया हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने विधानसभा एरिया खटीमा के नगरा तराई में पोलिंग बूथ पर पहुंचकर अपना वोट डाल दिया हैं। उनके साथ उनकी पत्नी और मां भी वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंची हैं।
सीएम धामी ने बूथ पर जनता से मांगी 60 सीट:
खटीमा विधानसभा के नगरा तराई पोलिंग बूथ पर पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वोटर्स के आगे हाथ जोड़कर अभिवादन किया। उन्होंने कहा- मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि घरों से बाहर आएं और वोटिंग के सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दीजिए। हम आश्वस्त हैं कि इस बार राज्य की जनता हमें 60 से ज़्यादा सीटें देकर आशीर्वाद देगी।
राज्य में सुबह 8 बजे से मतदान शाम 6 बजे तक बूथ पर लाइन में लग चुके मतदाताओं के वोट डालने तक चलेगा। राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत ने अपनी-अपनी पार्टी की सफलता के लिए सुबह पूजा की हैं।
राज्य की 70 सीटों पर 632 कैंडिडेट्स मैदान में ताल ठोक रहे हैं। राज्य की राजनीति पर हावी रहने वाले गढ़वाल मंडल के 7 जिलों की 41 सीट पर 391 कैंडिडेट भाग्य आजमा रहे हैं, जबकि कुमाऊं मंडल के 6 जिलों की 29 सीटों पर 241 प्रत्याशी मैदान में हैं। राज्य में सभी सीटों पर एक ही चरण में एक साथ मतदान हो रहा हैं।
देश के सबसे ज्यादा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स वाले इस स्टेट में वोटर्स भी अपने वोट का करंट दिखाने के लिए बेकरारी से इंतजार में हैं, लेकिन राह की बाधा मौसम बनता दिखाई दे रहा हैं। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के चलते राज्य में आज मतदान के दौरान बारिश और ताजा बर्फबारी होने की पूरी संभावना जताई हैं।
43,048 वोटर पहले ही कर चुके हैं मतदान:
राज्य में मतदान भले ही आज हो रहा हैं, लेकिन 43,048 वोटर पहले ही मतदान कर चुके हैं। इनमें 27,108 सर्विस वोटर हैं, जिन्होंने पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान किया हैं। राज्य में कुल 40,358 सर्विस वोटर हैं, जिन्हें पोस्टल बैलेट राज्य निर्वाचन आयोग ने ई-मेल से भेजे हैं। इनके पोस्टल बैलेट 10 मार्च को मतगणना शुरू होने तक स्वीकार किए जाएंगे। इनके अलावा भी राज्य में 15,940 ऐसे वोटर्स ने पोस्टल बैलेट से वोट किया हैं, जो 80+ आयु वाले, दिव्यांग या अति आवश्यक सेवाओं में कार्यरत हैं। ऐसे वोटर्स 16,858 चिह्नित किए गए हैं।
सीएम धामी डालेंगे नगरा तराई में वोट:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मतदान के दिन अपने विधानसभा एरिया में पूरी तरह सक्रिय रहेंगे। उनके करीबियों ने बताया हैं कि सीएम धामी खटीमा के नगरा तराई में सुबह 9 बजे के करीब अपना वोट डालेंगे। सीएम धामी ने भी राज्य की जनता से भारी संख्या में वोट डालने की अपील की हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा- पहले मतदान, फिर जलपान।
पीएम मोदी ने कहा- पहले मतदान, फिर अन्य कोई काम:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह ट्वीट के जरिए जनता से भारी मतदान की अपील की हैं। उन्होंने कहा- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे दौर के साथ ही आज उत्तराखंड और गोवा की सभी विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हैं। सभी मतदाताओं से मेरी विनती हैं कि वे लोकतंत्र के इस पावन उत्सव के भागीदार बनें और मतदान का नया रिकॉर्ड बनाएं। याद रखें- पहले मतदान, फिर अन्य कोई काम।
प्रियंका गांधी ने भी देवभूमि को याद दिलाई पहाड़-प्रकृति:
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मतदान शुरू होने से पहले देवभूमि की जनता से अपने वोट का इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने देवभूमि की जनता को पहाड़ और प्रकृति की याद दिलाई।
78 लाख मतदाताओं के हाथ में कैंडिडेट्स का भाग्य:
राज्य में 78 लाख 46 हजार वोटर कैंडिडेट्स के भाग्य का फैसला करेंगे, इनमें 40 लाख 87 हजार 18 पुरुष और 37 लाख 58 हजार 731 महिला मतदाता हैं। मतदाताओं की संख्या के हिसाब से रुद्रप्रयाग जिला सबसे छोटा है, जबकि देहरादून सबसे बड़ा जिला हैं। सीटों के हिसाब से हरिद्वार सबसे बड़ा हैं।
पहली बार राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला:
दो दशक पहले उत्तर प्रदेश से अलग होकर राज्य बनने वाले उत्तराखंड की राजनीति अब तक दो पार्टी भाजपा और कांग्रेस के इर्द-गिर्द ही रही हैं। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) पहले चुनाव को छोड़कर कभी चुनौती देने वाली भूमिका में नहीं रहा हैं, लेकिन इस बार मामला कुछ अलग हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस बार कर्नल अजय कोठियाल जैसे साफ छवि वाले चेहरे को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया हैं। अजय कोठियाल का जातिगत वोटबैंक इस पहाड़ी राज्य में हार-जीत के समीकरण तय करता रहा हैं। उक्रांद ने भी इस बार नया जोश दिखाया हैं, जबकि आधी सीटों पर निर्दलीय कैंडिडेट्स भी अपनी स्थानीय छवि के दम पर मजबूत होड़ में हैं।
ये हैं राज्य की हॉट सीट:
खटीमा: राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऊधमसिंह नगर जिले की इस सीट से चुनाव मैदान में हैं। भाजपा उन्हें एक बार फिर सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट कर रही हैं। दो बार यहां से विधायक बन चुके धामी के सामने सिटिंग सीएम के कुर्सी नहीं बचा पाने का मिथक तोड़ने की भी चुनौती हैं। उनके सामने कांग्रेस ने भुवन कापड़ी को ही दोबारा उतारा हैं, जो 2017 के चुनाव में धामी से वोटों के कुछ ही अंतर से हार गए थे।
लालकुआं: यहां से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव लड़ रहे हैं, जो एक बार फिर कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री बनने का दावा कर रहे हैं। उन्हें इस सीट पर कांटे की टक्कर दे रहे हैं बीजेपी जिला पंचायत सदस्य मोहन बिष्ट। इन दोनों के सामने कांग्रेस से नाराज होकर निर्दलीय उतरीं संध्या डालाकोटी मातृशक्ति को एक बड़ा मुद्दा बना रही हैं।
हरिद्वार: यहां से मौजूदा भाजपा विधायक मदन कौशिक फिर से मैदान में हैं, जो फिलहाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। उनके सामने पूर्व CM हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत मैदान में हैं। कौशिक ने 2017 में मोदी लहर में हरीश रावत को ही इस सीट पर हराया था। इस बार अनुपमा सरकार विरोधी हवा में पिता की हार का बदला लेने उतरी हैं।
श्रीनगर: इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल मैदान में हैं, जो हरीश रावत की बजाए इस बार खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करना चाहते हैं। गोदियाल का मुकाबला प्रदेश के मौजूदा मंत्री धन सिंह रावत से हैं, जो धामी को सीएम बनाए जाने के समय खुद भी इस पद की होड़ में थे।
गंगोत्री: उत्तराखंड में माना जाता हैं कि गंगोत्री से सिर्फ मां गंगा ही नहीं निकलती, बल्कि इस विधानसभा सीट से राज्य की राजनीति की गंगा भी बहती हैं। यहां जीतने वाले उम्मीदवार की पार्टी ही सरकार बनाती हैं। इसी कारण आम आदमी पार्टी ने अपने सीएम कैंडिडेट कर्नल अजय कोठियाल को यहां से उतारा हैं। भाजपा ने निवर्तमान विधायक गोपाल रावत के निधन के कारण सुरेश चौहान को उतारा हैं, जिनके प्रचार की कमान दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत के भाई रिटायर्ड कर्नल विजय रावत ने संभाली हुई हैं। कांग्रेस ने पांचवी बार विजयपाल सजवाण को मौका दिया हैं, जो 2002 और 2012 में यहां से जीत चुके हैं।
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देहरादून की धर्मपुर सीट पर सबसे ज्यादा कैंडिडेट्स:
राज्य में सबसे ज्यादा 17 कैंडिडेट्स देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट पर ताल ठोंक रहे हैं। खास बात यह है कि राज्य में सबसे ज्यादा 117 कैंडिडेट्स भी देहरादून की ही 10 विधानसभा सीट पर हैं। देहरादून के अलावा गढ़वाल मंडल में हरिद्वार जिले की 11 सीटों पर 110 कैंडिडेट्स, उत्तरकाशी जिले की 3 सीटों पर 23 कैंडिडेट, चमोली जिले की 3 सीट पर 31 कैंडिडेट, रुद्रप्रयाग जिले की 2 सीट पर 25, टिहरी जिले की 6 सीट पर 38 और पौड़ी जिले की 6 सीट पर 47 कैंडिडेट खड़े हैं।
कुमाऊं मंडल की बात करें तो बागेश्वर जिले की 2 सीट पर 14, अल्मोड़ा जिले की 6 सीट पर 50, पिथौरागढ़ जिले की 4 सीट पर 28 कैंडिडेट्स किस्मत आजमा रहे हैं। चम्पावत जिले की 2 सीट पर 14, नैनीताल जिले की 6 सीट पर 63 कैंडिडेट और ऊधमसिंह नगर जिले की 9 सीट पर 72 कैंडिडेट्स चुनाव मैदान में हैं।