नई दिल्ली: देश में ओमिक्रॉन (Omicron) संक्रमण के मामले 200 के पार हो गए हैं। मंगलवार शाम तक यह संख्या 216 हो गई हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में दिल्ली और महाराष्ट्र शामिल हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 11 नए केस मिले हैं। राज्य में अब तक इस वैरिएंट (Variant) से संक्रमित कुल 65 मरीज हो चुके हैं। दिल्ली में इसके 54 केस हैं। खतरे की बात यह हैं कि देश में पहले 100 मामले 15 दिन में मिले थे, लेकिन 100 से 200 मामले होने में सिर्फ 5 दिन का समय लगा।
जम्मू में भी ओमिक्रॉन( Omicron) के तीन संक्रमित मिले हैं। इनके सैंपल 30 नवंबर को लिए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने उनके ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि की हैं। तीनों लोग जहां रहते हैं, उस पूरे मोहल्ले के लोगों की RTPCR जांच के आदेश दिए गए हैं।
देश में ओमिक्रॉन के सबसे पहले दो मामले 2 दिसंबर को कर्नाटक में मिले थे। 14 दिसंबर को मामले बढ़कर 50 हुए। 17 दिसंबर को मामलों की संख्या 100 हुई। अगले 100 केस होने में सिर्फ 5 दिन लगे। देश के 13 राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं। ओमिक्रॉन के बारे में दुनियाभर के वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी संक्रमण दर बहुत ज्यादा है। देश में ओमिक्रॉन के आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि इसके संक्रमण की रफ्तार बढ़ गई हैं।
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अमेरिका में ओमिक्रॉन से पहली मौत दर्ज हुई:
अमेरिका के टेक्सास में ओमिक्रॉन वैरिएंट (से पहली मौत हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस व्यक्ति ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई थी। मृतक की उम्र 50-60 साल के बीच बताई जा रही हैं। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक 11 दिसंबर को समाप्त हुए हफ्ते में नए कोरोना केस में 73.2% मामले ओमिक्रॉन के हैं। इससे पहले ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के चलते एक शख्स की मौत हो चुकी हैं।
नीति आयोग ने दी थी संक्रमण बढ़ने की चेतावनी:
भारत में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा था कि अगर हम ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के संक्रमण का पैमाना देखें और भारत की आबादी से उसकी तुलना करें तो कहा जा सकता हैं कि संक्रमण फैलने पर भारत में रोजाना 14 लाख केस आएंगे।