दो बचपन के दोस्त यूक्रेन की राजधानी कीव के नजदीक एक गांव में पले-बढ़े और सेना में भर्ती हो गए। बहुत ही शांत सड़क पीस स्ट्रीट पर मौजूद कुछ घरों में से एक उनका भी एक घर था। पर रूसी युद्ध Russian soldiers में उन दोनों की दर्दनाक हत्या हुई। पावेल खालोदेंको और विक्टर बलाई के शव अप्रैल की शुरुआत में वन क्षेत्र में पाए गए। दोनों की उम्र केवल 28 साल थी।
साथ पढ़े, साथ में देश सेवा की:
दोनों ने नर्सरी से लेकर स्कूल तक की पढ़ाई साथ-साथ की और फिर साथ-साथ ही यूक्रेन की मिलेट्री के लिए सेवा दी। बेटों की मां ने जब शव देखे तो बिलख-बिलख कर रो पड़ीं, रूसी सैनिकों ने उनके साथ पूरी हैवानियत की।
स्काई न्यूज से बात करते हुए दोनों सैनिकों की मां ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि हमारा अपने बेटों से अचानक संपर्क टूट गया। रोते हुए 48 साल की तेतियाना खोलेदेंको ने कहा, वे बहुत ज्यादा टॉर्चर हुए। उनके शरीर का कोई ऐसा अंग नहीं था जिसको साबुत छोड़ा गया हो। अंगुलियां, हाथ, टांगें सबकुछ क्षत-विक्षत कर दिए गए। पावेल के मुंह में राइफल डालकर गोली मारी गई। यह बहुत ही भयानक रहा होगा।
पास में ही सड़क के नीचे विक्टर का घर हैं। वह अपनी 49 साल की मां ओलेना बलाई और 78 साल की दादी ओल्गा डोवोशप के साथ रहता था। विक्टर की मौत की खबर सुनकर दोनों ही टूट गईं।
बेटों की मौत का बदला Russian सैनिकों से लेंगी मां:
विक्टर की मां गोद में उसका फोटोग्राफ लिए हुए कहती हैं कि हम लोग उसका 29वां जन्मदिन मनाने का प्लान कर रहे थे। पर क्या पता था कि हम इतने बड़े दु:ख का प्लान करने जा रहे थे।
दोनों सैनिकों की मां अब यूक्रेनी इन्वेस्टिगेटर के सामने न्याय की गुहार लगा रही हैं। और मन में इतना गुस्सा लिए हुए हैं कि रूसी सैनिकों से बदला लेना चाहती हैं। पावेल की मां कहती हैं कि हम उनके साथ वैसा ही सुलूक करना चाहती हैं जैसा उन्होंने हमारे बेटों के साथ किया हैं।