जंग में मिटा दीं दोस्ती की निशानियां: यूक्रेनी नागरिकों ने ढहाया सोवियत स्मारक

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कीव: रूस-यूक्रेन युद्ध war को दो महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका हैं। इन दो महीनों ने दोनों देशों के बीच इतनी ज्यादा दूरियां पैदा कर दी हैं कि यूक्रेनी नागरिक अब रूस से जुड़ी ऐतिहासिक चीजों को भी अपने साथ नहीं रखना चाहते हैं। इस वजह से राजधानी कीव में मौजूद रूस और यूक्रेन की दोस्ती के प्रतीक सोवियत स्मारक को तोड़ दिया गया।

रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था, जिसके बाद कई यूक्रेनी शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। भले ही आज ये दोनों देश सबसे बड़े दुश्मन नजर आ रहे हों, लेकिन एक वक्त ऐसा था, जब इन्होंने मिलकर 45 साल अमेरिकी डिप्लोमैसी का सामना किया था।

सेकेंड वर्ल्ड वॉर खत्म होने के बाद 1947 में दुनिया पूंजीवादी और साम्यवादी दो हिस्सों में बंट गई। जहां पूंजीवाद की अगुआई अमेरिका कर रहा था, वहीं साम्यवाद की कमान सोवियत यूनियन के हाथ में थी। इसी के साथ दोनों गुटों में एक तरह का अघोषित युद्ध शुरू हो गया, जिसे कोल्ड वॉर के नाम से जाना गया।

इस कोल्ड वॉर में अमेरिका के मुख्य सहयोगियों में फ्रांस, ब्रिटेन और पश्चिमी जर्मनी थी। जबकि, सोवियत यूनियन में रूस, यूक्रेन, हंगरी और पूर्वी जर्मनी प्रमुख थे। 45 साल चले इस कोल्ड वॉर में रूस और यूक्रेन ने राजनीतिक, सैन्य और सांस्कृतिक तौर पर कई महत्वपूर्ण साझेदारी की।

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1992 में सोवियत यूनियन टूटने के बाद रूस और यूक्रेन के रिश्तों में खटास आने लगी। 2022 आते तक यह खटास इतनी ज्यादा बढ़ गई कि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। पिछले 2 महीने से दोनों देशों के बीच जारी जंग में हजारों लोगों की जान जा चुकी हैं, जबकि लाखों लोगों के पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा।

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