आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में टेंशन और प्रदूषण की वजह से बाल Hair जल्दी सफेद white हो रहे हैं। युवाओं के बीच यह समस्या अधिक देखने को मिल रही हैं। वहीं जवानी में सफेद बालों को देखने के बाद लड़के और लड़कियां दोनों ही काफी परेशान हो जाते हैं।
इससे उम्र अधिक लगने लगती हैं। कुछ लोग इसे छुपाने के लिए डाई या फिर अन्य किसी हेयर कलर का ऑप्शन चुन लेते हैं। हालांकि, यह सबसे आसान तरीका हैं, लेकिन इससे बाल जड़ से कमजोर होने लगते हैं। कई बार इसके साइड इफेक्ट से हेयर प्रॉब्लम शुरू हो जाते हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार, हमारे आसपास ऐसी कई नेचुरल चीजें होती हैं, जिसे रोजाना इस्तेमाल किया जाए तो परेशानी को जड़ से खत्म किया जा सकता हैं। इसके अलावा इनमें से कुछ नेचुरल चीजें, घर पर आसानी से उपलब्ध होते हैं, ऐसे में पैसे खर्च करने की आवश्यकता भी नहीं होती। आयुर्वेद के अनुसार, कई ऐसे हर्ब्स हैं, जो आपके सफेद बालों को रोकने में मदद करते हैं।
हालांकि, इसका प्रभाव आपको देर से देखने को मिलता हैं, लेकिन यह बेहद असरदार माने जाते हैं। वहीं आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने हाल ही में कई ऐसे सिंपल तरीके बताए हैं, जिसे आप अपने रोजाना रूटीन में शामिल करें तो आपको फर्क जल्दी देखने को मिल सकता हैं।
नेचुरल डाई हैं गुड़हल के फूल:
गुड़हल के फूल बालों के लिए बेहद चमत्कारी माने जाते हैं। इसमें मौजूद औषधीय गुण ना सिर्फ बालों को लंबा और घना बनाते हैं बल्कि इससे सफेद बालों की समस्या भी दूर की जा सकती हैं। एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर गुड़हल मेलेनिन के उत्पादन में मदद करता हैं। यह नेचुरल रूप से पाया जाने वाला वर्णक हैं, जो बालों को नेचुरल कलर देता हैं।
सफेद बालों से राहत पाने के लिए आप इसका ऑयल बना सकते हैं। एक बाउल में 10 गुड़हल के फूल और पत्तों को अच्छी तरह ग्राइंड कर लें। अब एक कप नारियल तेल को गर्म करें और उसमें गुड़हल के मिश्रण को मिक्स कर दें। दोनों जब अच्छी तरह पक जाएं तो गैस ऑफ कर दें। अब इस तेल को ठंडा होने दें और उससे स्कैल्प की अच्छी तरह मसाज करें। मसाज के 30 मिनट या फिर एक घंटे बाद हेयर वॉश कर लें। बचे हुए ऑयल को आप चाहें तो स्टोर भी कर सकते हैं।
जटामांसी का इस्तेमाल करें:
जटामांसी एक तरह के जड़ी बूटी की तरह काम करता हैं। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई तरीके से किया जाता हैं। यही नहीं सफेद बालों के लिए आयुर्वेदिक दवाइयों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता हैं। दरअसल, यह बालों के नेचुरल कलर को बनाए रखने में मदद करता हैं। मार्केट में जटामांसी के साथ शिकाकाई और आंवला को एक बोतल में भरकर बेचा जाता हैं।
हालांकि, आप इसको अपने ऑयल में मिक्स कर बालों पर अप्लाई कर सकती हैं। इसके लिए एक बोतल में जटामांसी के टुकड़ों को भरें और अपनी पसंद का कोई तेल उसमें डाल दें। इस बोतल को 3 से 4 दिन तक ऐसे ही रख दें। उसके बाद कटोरी में अपने बालों की लेंथ के अनुसार तेल निकालकर ऑयलिंग करें। इस तरह यह स्टोर भी किया जा सकता हैं।
औषधीय गुणों से भरपूर नीम:
बालों में नीम का इस्तेमाल कई तरीके से किया जा सकता हैं। शारीरिक परेशानियों को दूर करने के साथ-साथ यह त्वचा के लिए भी बेहद लाभकारी माना जाता हैं। हालांकि,सफेद बालों से छुटकारा पाने के लिए आप इसका हेयर पैक तैयार कर सकती हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के गुण बालों को नेचुरल कलर देने में मदद करते हैं। इसके लिए नीम के पत्तों का पेस्ट बनाएं और उसमें दही मिक्स कर हेयर पैक तैयार कर लें। अब इसे अपने बालों पर अप्लाई करें और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। 20 मिनट बाद माइल्ड शैंपू से हेयर वॉश कर लें।
गाय का दूध भी हैं फायदेमंद:
आयुर्वेद में गाय का दूध कई तरीके से इस्तेमाल किया जाता हैं। शारीरिक कमियों से होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए यह अहम भूमिका निभाता हैं। इसमें मौजूद विटामिन बी, विटामिन बी6, और बी12 कई तरीके से फायदा पहुंचाने में मदद करते हैं। यह आपके स्कैल्प को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति को बढ़ावा देता हैं, जो बालों को सफेद होने से रोकने में मदद करता हैं। आप चाहें तो इसे बालों में अप्लाई भी कर सकते हैं या फिर इसका सेवन भी किया जा सकता हैं।