नई दिल्ली: कई घरों में पोहे में भरपूर टमाटर (tomato) डाला जाता हैं। परोसते वक्त उसके ऊपर जमकर नींबू (lemon) भी निचोड़ते हैं। इससे स्वाद तो बढ़ जाता हैं, लेकिन अतिरिक्त खटास कई परेशानियों की वजह बनती हैं। पोहा ही क्यों, कई रैसिपी में एक से अधिक खट्टी चीजों का इस्तेमाल करके उसे टेस्टी बना तो देते हैं लेकिन यह स्वाद घाटे का सौदा होता हैं। जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर और आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चौहान से जानें इस बारे में
मालपुआ, जलेबी और खीर को साथ खाने से भी होगा नुकसान:
समान टेस्ट की दो चीजों को मिलाकर खाने का सीधा असर पाचन शक्ति पर पड़ता हैं। केवल अलग-अलग स्वाद वाली खट्टी चीजों के साथ ही नहीं अलग-अलग स्वाद की मीठी चीजों को भी एक साथ खाने से बचना चाहिए जैसे खीर, मालपुआ, जलेबी। सभी मीठी हैं लेकिन इनको एक साथ खाने से अपच हो जाता हैं।
दो या दो से अधिक खट्टी चीजो को एक साथ एक ही रेसीपी में इस्तेमाल करने से भी सेहत को भारी नुकसान पहुंच सकता हैं। शरीर के अंदर यह आपस में मिलकर रिएक्ट करते हैं।
अधिक मात्रा में खट्टी चीजों की मात्रा बढ़ जाती हैं। इससे ऐसिडिटी होने लगती हैं।
कुछ लोग कढ़ी बनाते समय दही के साथ नींबू का भी इस्तेमाल करते हैं जो गलत हैं। आयुर्वेद में दूध और दूध से बनी चीजों में नींबू के इस्तेमाल को गलत बताया गया हैं। डॉ. प्रताप चौहान के अनुसार, पित्त बढ़ने से पेट में कई तरह की परेशानियां होती हैं। शरीर में गरमी बढ़ जाती हैं।
आंतों में सूजन की समस्या भी हो सकती है जिससे पेट के अंदर जलन, गैस और पेट फूल सकता हैं।
ख़ूबसूरती भी बिगाड़ देगी एक्स्ट्रा खट्टास:
ख़ूबसूरती भी बिगाड़ देगी एक्स्ट्रा खट्टास:
अधिक खटास से चेहरे पर बहुत अधिक मुंहासा निकलने लगते हैं।
बालों के गिरने की समस्या भी शुरू हो जाती हैं।
महिलाओं को माहवारी के दिनों में अधिक स्राव हो सकता हैं। इसलिए हद से ज्यादा खट्टा खाने से बचना चाहिए।
पित्त को कैसे काबू में रखें:
ऐसिडिटी को बढ़ाने वाले फूड्स के बजाय अल्काइन फूड्स अच्छे आहार माने जाते हैं।
खीरा, छाछ, नारियल पानी को ऐसिडिटी बढ़ने पर लेना चाहिए। यह पेट को आराम पहुंचाएगा।