सेहत के लिए चुनिए तीन फल: फल हमारे तन और मन दोनों की सेहत की दृष्टि से फ़ायदेमंद हैं, जानिए फलों का चुनाव कैसे करना हैं

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शरीर को स्वस्थ health रखने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी हैं उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बरकरार रखना, क्योंकि यदि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी तो हम बीमारियों से दूर रहेंगे। फलों fruits को अपने आहार में नियमित रूप से शामिल करके हम ऐसा कर सकते हैं। इसके साथ ही वज़न कम करना एवं शरीर को डिटॉक्स करना भी चलन में बना हुआ हैं। शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर करना हो, विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना या वज़न कम करना ये सभी उपाय हमारे मौसमी फलों के सेवन से पूरे किए जा सकते हैं। बेहतर डिटॉक्स के लिए तीन फलों का मिला-जुलाकर सेवन करें, तो और भी फ़ायदेमंद साबित हो सकता हैं।

स्वच्छ करते हैं फल:

स्वस्थ शरीर में जल्दी थकान नहीं होती और बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बनी रहती हैं। हमारी अनियमित जीवनशैली और आहार संबंधी खराब आदतों के चलते वज़न बढ़ना आम बात हो गई हैं परन्तु इसके कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने की आशंका भी बनी रहती हैं। नियमित रूप से फल खाने से हमारे शरीर को कई तरह के पोषक तत्व जैसे विटामिन, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि मिलते हैं जबकि इनकी कमी होने पर चिकित्सक की सलाह पर सप्लीमेंट्स के रूप में इन्हें लेना पड़ता हैं। फलों में मिलने वाले यह पोषक तत्व वज़न संतुलित रखने और वज़न कम करने में मददगार हैं। वज़न कम करने के लिए शरीर को सही मात्रा में ऊर्जा, पोषण और दोनों के बीच सही समन्वय के साथ डिटॉक्सिफेशन की आवश्यकता होती हैं।

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डिटॉक्सिफिकेशन के दौरान शरीर से विषैले पदार्थ निकल जाते हैं और शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे किडनी, त्वचा, फेफड़े, आंतें आदि स्वस्थ रहते हैं। फलों से कॉपर, सेलेनियम भी मिलता हैं, जो रक्त संचार बेहतर करने एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लाभकारी हैं।

फलों के संयोजन से मिलेगा पोषण— फलों से पोषण मिलता हैं, वहीं अगर तीन तरह के फलों को एक साथ लिया जाए, तो इनका पोषण बढ़ जाता हैं और इनसे अन्य कई फायदे जैसे वज़न कम करना भी मिलते हैं।

सप्ताह में 3 से 4 बार लें:

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सुबह के समय सप्ताह में इन फलों को आहार में 3-4 बार शामिल करें और अन्य दिनों में आप कोई दूसरे फल खा सकते हैं। अनन्नास और संतरे की जगह आप एक नारियल पानी या 100 मि.ली. नारियल पानी भी शामिल कर सकते हैं।

बेल, नारियल पानी और खजूर में अधिक मात्रा में पोटैशियम एवं मैग्नीशियम होता हैं जो हृदय को स्वस्थ रखता हैं। पोटैशियम शरीर में वॉटर रिटेंशन यानी शरीर के आंतरिक भागों में पानी भरने नहीं देता हैं, जिससे वज़न कम करना आसान हो जाता हैं।

ऐसे करते हैं फल डिटॉक्स:

नारियल पानी में ऐसे खनिज पाए जाते हैं, जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़ने से शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन में आसानी होती हैं।

खजूर, संतरा, सेब में विटामिन-ए होता हैं, जो आंखों की रोशनी कम होने या अंधरे में कम दिखाई देने जैसी समस्याओं में लाभकारी हैं।

अमरूद, अनन्नास, ख़रबूज़ में अधिक मात्रा में विटामिन-सी होने के कारण इम्यूनिटी बढ़ाने एवं शरीर को नुक़सान पहुंचाने वाले तत्वों से हमें बचाते हैं और हमारे शरीर से अपशिष्ट तत्वों को बाहर निकालने का काम भी करते हैं।

फल जैसे चीकू, अमरूद, आम में ज़्यादा फाइबर होने के कारण यह वज़न कम करने में असरदार हैं और कब्ज़, हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में लाभदायक हैं।

एक साथ अलग-अलग प्रकार के फलों का सेवन करने से पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं।

नोट: यदि डायबिटीज़ एवं किडनी की बीमारी हैं तो फलों का सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करें।

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तीन फलों का समूह चुन सकते हैं:

बेल, पपीता, अमरूद

इनके सेवन से आपको पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ए, सी और बी मिलते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं मेटाबॉलिज्म बनाए रखने में असरकारक हैं।

खजूर, सेब, अनन्नास

इनके सेवन से भरपूर मात्रा में विटामिन-ए और सी, पोटैशियम, फाइबर, मैग्नीशियम मिलेगा जो इम्युनिटी बढ़ाने, वज़न कम करने में असरदार हैं।

अनार, संतरा, चीकू

इनके सेवन से विटामिन-सी, आयरन, फाइबर मिलेगा जो शरीर को हानिकारक फ्री रैडिकल्स (पाचन के दौरान निकलने वाले अपशिष्ट) से बचाते हैं और ज़रूरी पोषक तत्वों का संतुलन बनाने में मदद करते हैं। यह सुझाव, फलों की मात्रा 100 ग्राम (1 मध्यम आकार का फल) अथवा 3-4 फांक (अनन्नास, पपीता) के आधार पर हैं।

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